दिल्ली चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस भी अपनी तैयारियों में जुट गई है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव, पार्टी नेता अजय माकन और अन्य ने दिल्ली में भाजपा और आप सरकार के खिलाफ ‘मौका मौका हर बार धोखा’ पुस्तिका जारी की। इस दौरान दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि पिछले 11 साल से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है और पिछले 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ इन दोनों सरकारों को चुना था लेकिन आज 11 साल बाद उन्हें लग रहा है कि वादों के अलावा उन्हें सिर्फ धोखा ही मिला है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि जब शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार दिल्ली में 15 साल तक सत्ता में रही, तो उसने उन 15 सालों में विकास, प्रदूषण, महिलाओं के लिए सम्मान, बुजुर्गों को पेंशन, गरीबों को राशन कार्ड और सिलेंडर देने जैसे नए आयाम बनाए। दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाने की मजबूत नींव रखी गई। इससे पहले कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 26 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की जिसमें एक प्रमुख नाम दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर फरहाद सूरी का है जिन्हें जंगपुरा से पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा गया है।
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री आसिम अहमद खान को मटिया महल और पूर्व विधायक देवेंद्र सहरावत को बिजवासन से टिकट दिया गया है। ये दोनों नेता आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक के कुछ घंटे बाद उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की गई। कांग्रेस ने गत 12 दिसंबर को 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व सांसद संदीप दीक्षित का था, जिन्हें नयी दिल्ली से उम्मीदवार बनाया गया है। वह पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देंगे।
कांग्रेस ने दूसरी सूची में अपने दलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेश लिलोठिया को भी उम्मीदवार बनाया है। उन्हें सीमापुरी से टिकट दिया गया है। कांग्रेस ने उत्तम नगर से मुकेश शर्मा, बाबरपुर से हाजी मोहम्मद इशराक खान और लक्ष्मी नगर से सुमित शर्मा को टिकट दिया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी की शुरुआत में होने की संभावना है।