मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ेंगी या उन्हें राहत मिल जाएगी? सूरत कोर्ट में आज इस बात का फैसला होना है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी कोर्ट में खड़े होकर फैसला सुनेंगे। गुरुवार सुबह वह दिल्ली से सूरत के लिए रवाना हुए।
गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (जीपीसीसी) अध्यक्ष जगदीश ठाकोर, पार्टी विधायक दल के नेता अमित चावड़ा, अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के गुजरात प्रभारी रघु शर्मा और विधायक सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता पहले ही राहुल सूरत में मौजूद हैं। राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया गया था। स्थानीय अदालत में सुनवाई पूरी हो चुकी है और आज फैसला सुनाया जाएगा।
राहुल गांधी के खिलाफ यह केस उनकी उस टिप्पणी को लेकर दर्ज किया गया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था, ‘क्यों सभी चोरों का समान सरनेम मोदी ही होता है?’ राहुल की इस टिप्पणी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पुरनेश मोदी ने याचिका दायर की थी। वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल ने उक्त टिप्पणी 2019 के आम चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में आयोजित जनसभा में की थी।
राहुल गांधी के वकील कीरिट पानवाला ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा की अदालत ने पिछले सप्ताह दोनों पक्षों की दलीलों की अंतिम सुनवाई की थाी और फैसला सुनाने के लिए 23 मार्च की तारीख तय की थी। गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा, ”राहुल गांधी अपने खिलाफ दाखिल मानहानि मामले में फैसला सुनाए जाने के दौरान अदालत में मौजूद रहेंगे। उन्होंने (राहुल ने) स्पष्ट कर दिया है कि अदालत का जो भी फैसला होगा, वह उसका सम्मान करेंगे। हम अपने नेता का स्वागत करेंगे और अपना समर्थन प्रकट करेंगे। कांग्रेस ऐसे मामलों से नहीं झुकेगी।’