मेरठ में न्यूटिमा हॉस्पिटल के खिलाफ सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान ने कलक्ट्रेट में समर्थकों के साथ आज आमरण अनशन शुरू कर दिया। उन्होंने शहर में जगह-जगह इस से संबंधित बैनर भी लगवाए थे, जिन्हें रविवार को निगम की टीम ने उतार दिया।
वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने सोमवार को धरने पर बैठे लोगों के लिए भोजन बनाने वालों को रोक दिया। वहीं कलेक्ट्रेट में समाजवादी पार्टी द्वारा लगाए गए माइक को भी हटवा दिया गया है, जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में आक्रोश भी है। हालांकि कुछ देर बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने खाना बनाने की अनुमति दी और माइक लौटा दिया।
विधायक अतुल प्रधान का कहना है कि निजी अस्पतालों में लूट हो रही है। देहात के लोग डॉक्टरों की लूट से परेशान हैं। इसको लेकर उनकी लड़ाई निजी अस्पताल चलाने वाले डॉक्टरों से हैं। उनका कहना है कि शहर में कई निजी अस्पतालों में कोड देकर मेडिकल से दवाई दी जाती है। अस्पतालों में चार-चार गुना पैसा लिया जाता है। धरने पर आप जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी, वेस्ट यूपी युवा अधिवक्ता एसोसोसाशन और पूर्व महामंत्री रामकुमार शर्मा, रवि कुमार सहित समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
विधायक का आरोप है कि कुछ भाजपा नेताओं के इशारे पर निगम अधिकारियों ने बैनर उतरवाए हैं। वह हमेशा पीड़ित परिवारों के साथ खड़े रहेंगे। अस्पतालों में जिस तरह से मरीजों से अनाप शनाप पैसे वसूले जा रहे हैं। यह गरीब मरीजों के साथ नाइंसाफी है। इसे वह नहीं होने देंगे। बता दें कि मेरठ के न्यूटिमा अस्पताल में मरीज के इलाज का बिल कम कराने को लेकर अतुल प्रधान और न्यूटिमा अस्पताल प्रबंधन के बीच विवाद हुआ था, जो थमने का नाम नहीं ले रहा।