मेरठ में बीच सड़क सरेआम पुलिस की पिटाई की गई और लोग देखते रहे। पुलिस की पिटाई का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है। जिसमें कुछ लोग वर्दीधारी पुलिस को पीट रहे हैं। वहीं सड़क से गुजर रहे अन्य लोग तमाशबीन बने पूरे नजारे को देख रहे हैं। अब यह वीडियो वायरल भी हो रहा है।
रविवार को हाईवे पर मवाना रोड इंचोली थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव में दो दारोगा और सिपाही को भीड़ ने दौड़ाकर पीटा। मेरठ पुलिस सलारपुर गांव में कबाड़ी के यहां छापा मारने गई थी। पुलिस जब कबाड़ी के दो बेटों को हिरासत में लेकर जाने लगी तो परिवार की महिलाओं, लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। तभी कबाड़ी उसके घर के लोगों ने वर्दी पहने पुलिसकर्मियों को दौड़ा लिया। दौड़ाने के साथ पुलिस से हाथापाई भी कर दी। पुलिसकर्मी किसी तरह अपनी जान बचाने को भागे। बचने के लिए पुलिस कर्मी कार छोड़कर ही भागने लगे। उसी वक्त सड़क पर खड़े लोग पुलिस को इस तरह देखकर हैरत में पड़ गए।
सलारपुर गांव में हाकिम अली पिछले 25 साल से कबाड़ का धंध करता है। उसके चार बेटे हासिम, टीपू सुल्तान, अमन, खुर्शीद हैं। रविवार शाम इंचौली थाने के दो दरोगा एक सिपाही निजी कार में एक किशोर के साथ कबाड़ी के यहां दबिश देने पहुंचे थे। तभी यह हमला हुआ। किशोर ने पुलिस को बताया कि उसने चोरी के तार व दूसरी चीजें हासिम अली को बेची हैं। चोरी का ये सामान कबाड़ी के घर मिला है।
जब पुलिस हासिम, टीपू को लेकर थाने जाने लगी, उन्हें गाड़ी में बैठाने लगी तभी हमला हुआ। घर की महिलाओं, बच्चों के साथ स्कार्पियों मे ंउनके रिश्तेदार आकर बवाल करने लगे। पुलिस से आरोपियों को छुड़ाने लगे। बाद में आरोपी पुलिस से छूटकर फरार हो गए। आसपास के लोग तमाशबीन बने देखते रहे। बाद में पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी खंगाले लेकिन आरोपी नहीं मिले।
पिटते पुलिसवालों ने अन्य साथियों को सूचना दी तो मौके पर और पुलिसकर्मी पहुंचे। काफी फोर्स को देखकर भीड़ और महिलाएं वहां से भाग गई। भीड़ और महिलाओं के चंगुल से बचने के लिए दोनों दरोगा और सिपाही मशक्कत करते रहे। लेकिन महिलाओं ने उन्हें चारों ओर से घेरकर दौड़ाया। जब एक दरोगा ने डांट लगाई तो कुछ लोगों ने उसका हाथ पकड़ लिया और हाथ पर दांत गड़ा दिए तो दरोगा की चीख निकल गई। इस हाथापाई में एक पुलिसकर्मी की वर्दी भी फट गई।
बताया जा रहा है कि ये लोग पुलिस पर पहले भी तीन बार हमला कर चुके हैं। 2004, 2011 में भी हमला कर चुके हैं। कुछ महीने पहले कबाड़ी की दुकान खोलने पर गोली भी चला दी थी। बताया जा रहा है कि इनके खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। कबाड़ी ने सलारपुर मस्जिद के पास चार मंजिला मकान भी बनाया है। जो पूरी तरह अवैध बिना नक्शा पास किए बनाया गया है। पुलिस भी मामले में एक्शन लेने के बजाय विभाग की किरकिरी न हो इसलिए दबाने का प्रयास करती रही। लेकिन अब वीडियो सामने आने से पूरा मामला खुल गया है।
पूरे घटनाक्रम पर इंचौली थाना प्रभारी सूर्यप्रताप विश्नोई ने कहा कि दारोगा, सिपाही का विरोध हुआ है लेकिन मारपीट नहीं हुई। मामले की जांच कर रहे हैं।