मेरठ में छात्रा को अगवा कर दुष्कर्म करने के मामले में पुलिस ने आरोपी पिता मुकेश, बेटा मनु और गाड़ी मालिक संदीप पर मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी बाप-बेटे पर दुष्कर्म और आत्महत्या के लिए प्रताड़ित करने का भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
वहीं, पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए उसके घर गई तो घर पर कोई नहीं मिला। घर में ताला लटका था। बुधवार को युवती की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गई। इसमें दुष्कर्म की पुष्टि भी हुई है। साथ ही पुलिस को जांच में CCTV भी मिले है।
लावड़ की रहने वाली दुष्कर्म पीड़िता ने बदनामी के डर से 4 घंटे बाद ही सुसाइड कर लिया था। वह दिल्ली में एक कॉलेज से बीए फस्ट ईयर में प्रवेश लिया था। 2 अगस्त को छात्रा अपनी टीसी लेने लावड़ आई थी। सोमवार यानी 7 अगस्त को दोपहर 1 बजे कपड़े खरीदने के बाजार में गई थी। इसी बीच आरोपी ने उसको अगवा कर लिया। आरोप है कि उन्होंने चलती कार में दुष्कर्म किया। इसके बाद अश्लील वीडियो बना ली। बेहोश होने के बाद आरोपी छात्रा को घर के बाहर फेंककर भाग गए। होश आने पर छात्रा जैसे-तैसे घर पहुंची।
इसके बाद मां-बाप को वारदात की जानकारी दी। पीड़िता परेशान होकर शाम में कमरे में जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी।
मृतका के पिता का आरोप है कि कस्बे का ही मनु छात्रा को काफी दिनों से परेशान कर रहा था। आरोपित ने छात्रा के साथ दो मई को दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो बना ली थी। वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी देकर दुष्कर्म करने लगा। आरोपित के स्वजन से शिकायत करने के बाद छात्रा को दिल्ली में उसके भाई के पास भेज दिया था।छात्रा ने वहां पर बीए में एडमिशन लिया। उसके बाद टीसी लेने के लिए दो अगस्त को गांव आई थी। सात अगस्त को घर से बाहर निकली। तभी आरोपित मनु ने अपने दोस्त संदीप के साथ उसे अगवा कर लिया। संदीप लावड़ में क्लीनिक चलाने वाले का बेटा है।
पुलिस ने पीडि़ता के पिता की तहरीर पर मनु और उसके पिता मुकेश गौतम तथा संदीप के खिलाफ दुष्कर्म और आत्महत्या के लिए प्रताड़ित करने का मुकदमा दर्ज कर लिया।
एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि फिलहाल पुलिस सभी तथ्यों की जांच कर रही है। छात्रा के स्वजन ने उसका मोबाइल देने से इन्कार कर दिया। तर्क दिया गया कि छात्रा मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रही थी। ऐसे में आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही मामले का खुलासा किया जाएगा।