पर्यावरण पर काम कर रही मेरठ की डॉ. मधु वत्स अब यूपी में महिला पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज बनेगी। डॉ. मधु वत्स को यूपी पुलिस ने पुलिस की विशाखा समिति पुलिस मुख्यालय, लखनऊ उत्तर प्रदेश का न्यायिक सदस्य बनाया है। वरिष्ठ पर्यावरणविद डॉ. मधु वत्स द्वारा महिलाओं और युवतियों के लिए किए जाने वाले कार्यों को देखते हुए ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। डॉ. मधु वत्स को पुलिस मुख्यालय (प्रशिक्षण) लखनऊ उत्तर प्रदेश द्वारा विशाखा समिति (उप्र) का न्यायिक सदस्य बनाया है। केंद्र सरकार द्वारा 9 दिसंबर 2013 को कार्य स्थल पर महिलाओं का शोषण रोकने के लिए अधिनियम वीमेन हरासमेन्ट एट वर्क प्लेस (प्रीवेंशन एंड रिड्रेसल)2013 लागू किया गया। इसकी धारा 4 के तहत शिकायत समिति का गठन राज्य स्तर पर किया जाना था।
समिति अध्यक्ष के रूप में सोनी शुक्ला निरीक्षक पुलिस मुख्यालय के साथ पर्यावरणविद डॉ. मधु वत्स सदस्य, अनुराधा पांडेय उनि पुलिस सदस्य, अन्नू देवी सउनि लिपिक को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। यह जानकारी राधे श्याम राय अपर पुलिस अधीक्षक एवं शफीक एहमद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पुलिस मुख्यालय प्रशिक्षण लखनऊ उत्तर प्रदेश की ओर से दी गई है।
बता दें कि डॉ. मधु वत्स ने मेरठ जिला कारागार में महिला बंदियों के लिए सिलाई केंद्र खोला हुआ है। इसके अलावा लखनऊ, मेरठ, मथुरा के अलावा अन्य जिलों में गरीब छात्रों के लिए लाइब्रेरी बनाई हुई है।
पुलिस द्वारा विशाखा समिति का गठन महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार को रोकने के उदृेश्य से किया गया है। अब महिलाएं सीधे विशाखा समिति की महिला अधिकारी और सदस्यों से मिलकर सीधे अपनी बात रख सकेंगी। जिस पर समिति उनकी समस्या को हल करेंगी।