पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुसलमानों से भाजपा से नफरत करने की सोच को बदलने की अपील की है। उन्होंने विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि सामंती सुल्तानों के तथाकथित सिंडिकेट के दुष्प्रचार से पैदा भय-भ्रम के चलते एक राष्ट्रवादी राजनैतिक दल के साथ अस्पृश्यता और असहिष्णुता के रवैये को बदलना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा किसी के विकास में कमी नहीं करती तो उसे वोट देने में कंजूसी करना नाजायज है।
नकवी ने यह विचार लखनऊ में अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक में व्यक्त किये। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान के दौरान भाजपा अन्य जातियों के साथ ही मुस्लिमों को भी पार्टी से जोड़ने पर फोकस कर रही है। पार्टी ने तय किया है कि 5 लाख मुसलमानों को सदस्य बनाया जाएगा। सदस्यता अभियान को लेकर गत दिवस भाजपा के प्रदेश मुख्यालय के साथ ही अलग-अलग स्थानों पर अल्पसंख्यक मोर्चा और किसान मोर्चा ने भी बैठक करके अभियान की रणनीति पर चर्चा की।
लखनऊ में गांधी भवन में आयोजित अल्पख्यक मोर्चा की कार्यशाला में पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी संबोधित किया। उन्होंने मुसलमानों से खासकर भाजपा से नफरत करने की सोच को बदलने की अपील की। इसके साथ ही विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए नकवी ने कहा कि सामंती सुल्तानों के तथाकथित सिंडिकेट के दुष्प्रचार से पैदा भय.भ्रम के चलते एक राष्ट्रवादी राजनैतिक दल के साथ अश्पृश्यता और असहिष्णुता के रवैये को बदलना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा किसी के विकास में कमी नहीं करती तो उसे वोट देने में कंजूसी करना नाजायज है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अल्पसंख्यक समाज को सावधान रहने की सलाह देते हुए कहा कि कुछ सियासी सामंती सूबेदार संविधान, लोकतंत्र, सेक्यूलरिज्म और अल्पसंख्यकों पर खतरे के भय-भ्रम और भौकाल से देश के अल्पसंख्यकों को प्रगति की धारा से अलग करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि सेक्युलर सिंडिकेट मुसलमानों के वोटों को अपनी जागीर समझ बैठा है। हमें सोशल नेटवर्किंग साइट्स के सांप्रदायिक, समाज तोड़ने वाले दुष्प्रचार से भी सचेत रहना होगा। वहीं वक्फ संशोधन विधेयक को वक्त की जरूरत बताते हुए कहा कि जेपीसी में चल रहे मंथन से अमृत जरूर निकलेगा।