उत्तर प्रदेश के गोंडा में WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहाकि, मुझे सुप्रीम कोर्ट पर पूरा विश्वास है। इस देश में सुप्रीम कोर्ट से कोई बड़ा नहीं हो सकता। सुप्रीम कोर्ट के सामने FIR करने की बात आई है। जांच एजेंसी पर मुझे पूरा भरोसा है। मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं और इन आरोपों का सामना करने के लिए तैयार हूं, जांच में सहयोग करने के लिए भी तैयार हूं। जांच समिति की रिपोर्ट इनके पास लगातार पहुंच रही थी। इनको जब लगा कि जांच समिति में कोई आरोप सिद्ध नहीं हो रहा है तो इन्होंने समिति के रिपोर्ट को सार्वजनिक होने का इंतजार नहीं किया और एक नए मामले के साथ सुप्रीम कोर्ट चले गए।
बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहाकि, इसमें (जांच में) फेडरेशन की कोई भूमिका नहीं है। इन लोगों की मांग लगातार बदलती है। जनवरी में इस्तीफा देने की इनकी मांग थी। मैंने तब भी कहा था कि मैंने अगर अपने पद से इस्तीफा दे दिया तो इसका मतलब ये है कि मैंने इनके आरोपों को स्वीकार कर लिया है…इस्तीफा देना बड़ी बात नहीं है मगर अपराधी बनकर नहीं।
WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सवाल उठाते हुए पूछा कि, मैं कहना चाहता हूं कि एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों? हरियाणा के अन्य खिलाड़ी क्यों नहीं? हिमाचल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के खिलाड़ी क्यों नहीं? 12 साल से लगातार इनके साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है, वो यौन उत्पीड़न देश के अन्य खिलाड़ियों के साथ क्यों नहीं होता है?
बृजभूषण शरण सिंह ने कहाकि, मैं शुरू से ही कह रहा हूं कि इसमें देश के कुछ उद्योगपतियों, जिनको मुझसे कष्ट है और कांग्रेस का हाथ है। आज दिख गया कि इसमें किसका हाथ है।
पहलवान साक्षी मलिक ने कहाकि, हम खिलाड़ी हैं और हम किसी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करते। यहां आकर जो भी हमारे धरने को भटकाने की कोशिश कर रहा है, उसका जिम्मेदार वो खुद होगा हम नहीं होंगे।
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है। पर एफआईआर की कॉपी अभी तक सार्वजनिक नहीं हो सकी है।