मुजफ्फरनगर में लाइसेंस और आवश्यक संसाधनों के बिना ऑपरेशन कर मरीज की जान जोखिम में डालने की शिकायत पर स्वास्थ विभाग ने मंगलवार शाम जानसठ में चार अवैध नर्सिंग होम सील कर दिये। स्वास्थ्य विभाग ने अप्रशिक्षित चिकित्सकों और अवैध तरीके से संचालित नर्सिंग होम पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मीरापुर के बाद अब जानसठ में जांच अभियान चलाया गया।
सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि उन्हें कुछ शिकायतें मिली थी जिनकी जांच कराए जाने के बाद कार्रवाई की गई। सीएचसी जानसठ के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने विभाग की टीम के साथ चेकिंग अभियान चलाया। रजिस्ट्रेशन के कागज नहीं मिलने और सिजेरियन डिलीवरी करने का मामला सामने आया। जिसके बाद कस्बे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कमल नर्सिंग होम, आशीर्वाद हॉस्पिटल, मदर इंडिया नर्सिंग होम और जन सेवा नर्सिंग होम पर सील लगा दी। जांच के दौरान संचालक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
स्वास्थ विभाग ने भारत नर्सिंग होम, आदर्श नर्सिंग होम, राणा नर्सिंग होम, डॉक्टर गुलजार क्लीनिक और गौतम क्लीनिक को भी नोटिस जारी किए हैं। सीएचसी प्रभारी का कहना है कि अवैध नर्सिंग होम नहीं चलने दिए जाएंगे। भविष्य में भी शिकायतें मिलने पर ऐसे अवैध नर्सिंग होम और अप्रशिक्षित डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। मीरापुर क्षेत्र में भी अवैध तरीके से कई नर्सिंग होम का संचालन चल रहा है। मीरापुर के जकी नर्सिंम होम में प्रसव के दौरान जुड़वा नवजात की मौत हो गई थी, जिसके बाद खूब हंगामा हुआ था।