मुजफ्फरनगर के मदरसों में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभक्ति की धूम रही। राष्ट्रगान के साथ उलेमाओं ने कौमी तराने गाए और तिरंगे को सलामी दी। मदरसा छात्रों ने राष्ट्रगान की धुन पर मातृभूमि की रक्षा का प्रण लिया। यौमे आजादी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए।
मुजफ्फरनगर में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जिले के मदरसों में देशभक्ति के तराने गूंज उठे। सरवट स्थित मदरसा महमूदिया में हजारों छात्रों ने तिरंगे को सलामी दी। राष्ट्रगान की धुन पर सावधान रहकर सुर में सुर मिलाया और देख और मातृभूमि की रक्षा का मन में प्रण लिया। महमूदिया मदरसा के प्रिंसिपल मौलाना अब्दुल कयूम कासमी ने कहा कि आज का दिन मुल्क की हिस्ट्री में हमेशा के लिए अमर हो चुका है।
लाखों राष्ट्र भक्तों ने अपनी जान की कुर्बानियां देकर 15 अगस्त 1947 को देश अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराया था। उन्होंने कहा कि सभी को यह कसम खाने चाहिए कि आगे भी किसी मुश्किल की घड़ी में देश के साथ ही खड़े रहेंगे। उन्होंने मदरसा छात्रों को आजादी और उसके लिए लड़ी गई जंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
जमीयत उलेमा की ओर से 76 वा जशने योमे आजादी यानी स्वतंत्रता दिवस शहर मुजफ्फरनगर दफ्तर मस्जिद नुमाइश कैम्प पर जोशो खरोश के साथ मनाया गया। परचम कुशाई (ध्वजारोहण) के बाद राष्ट्रगान पढ़ा गया और तरानाए हिन्द कारी मो असरार सादिक कोषाध्यक्ष जमियत मुजफ्फरनगर ने पढ़ा। मौलाना सदाकत अली ने शहीदाने वतन की कुर्बानियों पर रोशनी डाली और मोहब्बत-भाईचारगी का पैगाम दिया। हकीम उम्मेद अशरफ़ सदर जमियत उलेमा मुजफ्फरनगर कारी सलीम सेक्रेटरी जमियत उलेमा मुफफर नगर व सभी ओहदे दारान व जिम्मेदारान ने शिरकत की।