मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए चेयरपर्सन के पति गौरव स्वरूप ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी के साथ दो वार्डाें का निरीक्षण किया। इस दौरान 16 सफाई कर्मचारी लापता मिले, इनमें से 11 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही पांच आउटसोर्स सफाई कर्मियों को हटाया गया है।
शहर की सफाई व्यवस्था के लिए आए दिन शिकायत मिल रही हैं। सफाई कर्मचारी संघ कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण लगातार आउटसोर्स पर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए दबाव बना रहा है। सोमवार को चेयरपर्सन के पति भाजपा नेता गौरव स्वरूप ने व्यवस्था देखी। उन्होंने नई मंडी क्षेत्र के वार्ड संख्या 36 में सफाई नायक पद्म सिंह से सफाई कर्मियों की संख्या और उपस्थिति की जानकारी ली। मौके पर ही उन्होंने सफाई कर्मियों की गिनती कराई तो यहां पर 11 सफाई कर्मचारी गैर हाजिर पाए गए। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार को गैर हाजिर सफाई कर्मियों का वेतन काटने के लिए कार्रवाई करने के लिए कहा।
इसके बाद वह वार्ड संख्या 30 के अंतर्गत गांधीनगर मोहल्ले में पहुंचे। यहां सफाई नायक दीपक कुमार से सफाई कर्मियों की जानकारी ली। यहां पांच-छह कर्मचारी ही उपस्थित मिले। सफाई नायक ने बताया कि यहां पर आउटसोर्स से लगाए गए पांच सफाई कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार ने बताया कि औचक निरीक्षक के दौरान दो वार्डों में 16 सफाई कर्मचारी गैर हाजिर पाए गए हैं। इनमें 11 कर्मचारियों की अनुपस्थिति रजिस्टर में अंकित करा दी गई है। उनका एक दिन का वेतन काटा जाएगा।
जबकि आउटसोर्स पर रखे गए पांच कर्मचारी जो करीब एक माह से लगातार गैर हाजिर हैं, उनको हटाए जाने की कार्रवाई के लिए आउटसोर्स के ठेकेदार को निर्देशित किया गया है। निरीक्षण के दौरान सफाई नायकों को फुल टाइम वर्क करने के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान पूर्व सभासद विकल्प जैन, सभासद नवनीत गुप्ता, पूर्व सभासद दीपक गोयल, सुखवीर सिंह, अभिषेक सिंघल आदि मौजूद रहे।
नगरपालिका ईओ हेमराज ने बताया कि सफाई नायक कर्मचारियों के गैर हाजिर होने की जानकारी नहीं दे रहे हैं। अब जिस क्षेत्र में सफाई कर्मचारी गायब मिलेंगे उस क्षेत्र के सफाई नायक पर सीधे कार्रवाई होगी। दिनभर चर्चा रही कि निरीक्षण के दौरान चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के बजाय उनके पति गौरव स्वरूप पालिका टीम के साथ शामिल थे। इस पर पालिका के ईओ हेमराज का कहना है कि गौरव स्वरूप की नहीं, बल्कि निरीक्षण में नगर स्वास्थ्य अधिकारी शामिल थे, उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही यह कार्रवाई हुई है।