मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल में पैरामेडिकल स्टाफ सहित चिकित्सकों ने धरना देकर सरकार पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। प्रदर्शन करते हुए कहा कि सरकार विभिन्न नीतियों के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मचारियों और अधिकारियों का उत्पीड़न कर रही है। ट्रांसफर पोस्टिंग नीति भी स्पष्ट नहीं है। चेतावनी दी गई कि यदि सरकार ने कर्मचारियों को राहत नहीं दी तो प्रदेश भर की चिकित्सा सेवा प्रभावित कर दी जाएगी।
मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल में शनिवार को स्वास्थ्य कर्मचारियों ने धरना देकर प्रदर्शन किया। पैरामेडिकल कर्मचारी संघ नेता एसके लांबा ने कहा कि सरकार की ट्रांसफर नीति कर्मचारियों के लिए अभिशाप बन गई है। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नीति में जो नियम कानून दर्शाती है ठीक उसके विपरीत जाकर कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जाता है।
उन्होंने कहा कि कैंसर से पीड़ित कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा जा रहा है और उन्हें प्रताड़ित करने के लिए 300 किलोमीटर दूर स्थानांतरित किया जा रहा है। नियमानुसार पति पत्नी की पोस्टिंग एक ही जनपद में की जाती है। लेकिन यहां भी नियमों का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन को नुकसान पहुंचाने की गरज से कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रांतीय आवाहन पर आज जिला अस्पताल में 2 घंटे का धरना दिया गया है। प्रदेश स्तरीय नेता मुख्यमंत्री से इस मामले में वार्ता करेंगे। यदि वार्ता सकारात्मक नहीं रहती तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी प्रदेश स्तर पर हड़ताल कर स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित कर देंगे।