मुख्य सूचना आयुक्त (CIC) वाई के सिन्हा का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया। अपने कार्यकाल के दौरान सिन्हा पारदर्शिता इकाई के समक्ष लंबित मामलों की संख्या को 50 प्रतिशत से अधिक कम करने में सफल रहे।
सरकार की ओर से अभी उनके उत्तराधिकारी के नाम की घोषणा नहीं की गई है।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एक समिति, जिसमें विपक्ष के नेता और एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शामिल होते हैं, सीआईसी और सूचना आयुक्तों का चयन करती है।
समिति द्वारा अनुशंसित लोगों को राष्ट्रपति द्वारा केंद्रीय सूचना आयोग में नियुक्त किया जाता है।
वर्ष 1981 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी सिन्हा ने एक जनवरी, 2019 को सूचना आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था। बाद में उन्हें सीआईसी के पद पर पदोन्नत किया गया था।