बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी को वक़्फ़ संपत्ति बेचने के मामले में वक़्फ़ निरीक्षक मुंतज़िर महदी को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया है। यूपी शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की वक़्फ़ संपत्ति दरोगा मीर वाजिद अली ने लखनऊ में वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के चलते यह कार्रवाई बोर्ड के अध्यक्ष अली ज़ैदी के आदेश पर की गई है।
बोर्ड के अध्यक्ष अली ज़ैदी ने वक़्फ़ अधिनियम के तहत अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए वक़्फ़ रिकॉर्ड से अनूप गोयल और नंद किशोर वर्मा की निजी संपत्ति को वापिस बोर्ड के रिकॉर्ड से डिलीट करा कर ज़िलाधिकारी लखनऊ को सूचित कर दिया है।
बोर्ड मुख़्तार अंसारी की पत्नी को ज़मीन बेचने के मामले में अवैध अनुबंधों पर कार्यवाही शुरू कर चुका है। इस संबंध में जल्द ही ज़िलाधिकारी को अग्रिम कार्यवाही के लिए पत्र जारी किए जाएंगे। इसी वक़्फ़ के रिकॉर्ड को डिलीट करने के संबंध में जाँच के बाद संबंधित के विरुद्ध आगे की कार्यवाही की जाएगी।
इससे पहले इस वक्फ संपत्ति के बने मुतवल्ली अब्बास अमीर को बर्खास्त किया जा चुका है। इसी वक़्फ़ में थाना हसनगंज इलाके में कुछ लोगों की निजी संपत्ति को जालसाज़ी से वक़्फ़ अभिलेखों में दर्ज करने के मामले में कार्रवाई की गई थी। अब थाना सआदतगंज इलाके में मुख़्तार अंसारी की पत्नी को अवैध तरीक़े से इसी वक़्फ़ की ज़मीन बेचने के मामले में बोर्ड के चेयरमैन अली ज़ैदी ने सख़्त कार्यवाही करते हुए वक्फ निरीक्षक को निलंबित किया है।