नई दिल्ली: दिल्ली में चल रहे पहलवानों के प्रदर्शन की आंच मुंबई तक पहुंच गई। यहां यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर के घर के बाहर विरोध जताते हुए पोस्टर लगा दिया। हालांकि मुंबई पुलिस ने फौरन कार्रवाई की और पोस्टर को हटा दिया। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पहलवानों का समर्थन नहीं करने पर सचिन तेंदुलकर के खिलाफ रोष व्यक्त किया था। पहलवान डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सिंह पर कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व क्रिकेटर कपिल देव, अनिल कुंबले और इरफान पठान पहलवानों का समर्थन कर चुके हैं। वहीं बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कोलकाता में सड़कों पर उतरीं। ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को अपना समर्थन देते हुए कहा कि कोलकाता से एक टीम पहलवानों से मिलने जाएगी। टीएमसी सरकार उनकी लड़ाई में उनके साथ है। सीएम ने कहा- कल भी इस रैली को जारी रखा जाएगा। पहलवान हमारे देश का गौरव हैं। हम आपकी लड़ाई में साथ हैं।
पहलवानों के केस में बुधवार को बड़ा अपडेट सामने आया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने एएनआई को बताया कि अब तक उन्हें बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। 15 दिनों के भीतर कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की जाएगी। यह चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट भी हो सकती है। फिलहाल पहलवानों के यौन शोषण के दावे को साबित करने वाला कोई सबूत नहीं मिला है।