श्रीनगर में मिग 29 की तैनाती के बाद चीन और पाकिस्तान से निपटने के लिए भारत ने उत्तरी क्षेत्र में इजरायली ड्रोन तैनात कर दिए हैं। हेरोन मार्क-2 नाम का यह ड्रोन दुश्मनों पर न केवल मिसाइल दागने में सक्षम है बल्कि एक साथ यह 36 घंटे लगाता उड़ान भर सकते हैं। इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज द्वारा बनाए गए इस ड्रोन से एक ही उड़ान में कई मिशन को अंजाम दिया जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस ड्रोन का उपयोग शून्य तापमान पर भी किया जा सकता है। यह वही ड्रोन है जिससे आयमन अल जवाहिरी मारा गया था।
स्क्वाड्रन लीडर अर्पित टंडन ने बताया कि इजरायल से भारत आए यह ड्रोन लड़ाकू विमानों के साथ मिलकर बहुत ही घातक हो जाते हैं। वह भी इतना की दुश्मन का बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। यह ड्रोन लड़ाके विमानों के साथ उड़ान भरकर लेजर बीम से दुश्मन को चिंहित करते हैं और फिर लड़ाकू विमान उसे ही निशाने पर लेकर उड़ा देते हैं। यह ड्रोन 277 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से उड़ान भर सकते हैं।
अमरीका ने जिस प्रीडेटर ड्रोन का प्रयोग ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकी मारने के लिए किया अब वही ड्रोन भारत को देने जा रहा है। यह न केवल सबसे उन्नत है बल्कि बहुत ही मारक भी है। भारतीय सशस्त्र सेना को 31 ड्रोन मिलेंगे। इसमें से 15 ड्रोन भारतीय नौ सेना के पास होंगे बाकी आठ आठ ड्रोन भारतीय वायसेना और भारतीय सेना को दिए जाएंगे। इसके अलावा 70 हेरोन ड्रोन को उपग्रेड भी किया जा रहा है।