तिहाड़ जेल में बंद आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। सत्येंद्र जैन की डिमांड पूरी करने वाले जेल नंबर 7 के सुपरिंटेंडेंट के खिलाफ ऐक्शन की शुरुआत कर दी गई है। जैन की इच्छा के मुताबिक अफसर ने उनके सेल में दो और कैदियों को भेजा था। इससे पहले सत्येंद्र जैन की जेल में मालिश को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। जैन मनी लॉन्ड्रिंग केस में एक साल से जेल में बंद हैं।
तिहाड़ जेल के एक अधिकारी के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि जेल नंबर 7 के सुपरिंटेंडेंट के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने दो कैदियों को पूर्व मंत्री की मांग के मुताबिक उनके सेल में ट्रांसफर किया था। सत्येंद्र जैन ने डिप्रेशन का हवाला देते हुए खुद को सामाजिक संपर्क की आवश्यकता बताते हुए जेल में कुछ कैदियों की मांग की थी। तिहाड़ के अधिकारी ने यह भी बताया कि सत्येंद्र जैन के सेल से उन कैदियों को वापस भेज दिया गया है।
सत्येंद्र जैन ने 11 मई को एक आवदेन देकर अपना सेल बदलने की अपील की थी। उन्होंने खुद के डिप्रेशन में होने की बात कहते हुए डॉक्टर की सलाह का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने उन्हें लोगों से मिलने जुलने को कहा है। 12 मई को 7 कैदियों का ट्रांसफर किया गया, जिनमें से दो को सत्येंद्र जैन की सेल में भेजा गया। एक अधिकारी के मुताबिक, जैन ने कहा था कि उन्हें अकेलापन महसूस हो रहा है। मनोचिकित्सक ने उन्हें सामाजिक संपर्क की सलाह दी है। जैन ने उन्हें कुछ अन्य कैदियों के साथ रखने की अपील की थी।
डायरेक्टर जनरल (जेल) संजय बेनिवाल के मुताबिक, जेल सुपरिंटेंडेंट को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जैन के पास भेजे गए कैदियों को दोबारा उनके सेल में भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि जैन की मांग पूरी करने में प्रक्रिया का पूरी तरह पालन नहीं किया गया। यह भी बताया जा रहा है कि जिन दो कैदियों को सत्येंद्र जैन के पास भेजा गया उनका नाम भी खुद पूर्व मंत्री ने बताया था। जेल प्रबंधन ने इसे बड़ी लापरवाही माना है। अब पूरे मामले की जांच की जा रही है।