लखनऊ में शिया वक्फ बोर्ड की जमीन पर माफिया मुख्तार अंसारी ने अवैध रूप से कब्जा किया। बाद में एक कंपनी के नाम उसकी रजिस्ट्री भी करवा दी। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने इसका खुलासा किया है। उत्तर प्रदेश के शिया वक्फ बोर्ड वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी ने माफिया मुख्तार अंसारी पर बड़ा आरोप लगाया है। चेयरमैन अली जैदी ने कहा कि माफिया मुख्तार अंसारी ने लखनऊ में वक्फ बोर्ड जमीन पर कब्जा किया और फिर अवैध तरीके से उस जमीन को एक कंपनी के नाम कर दिया। कंपनी ने इस जमीन पर प्लॉटिंग करा दी।
दरअसल, जमीन के नंबर में हेराफेरी करके मुख्तार अंसारी ने इस जमीन को उस कंपनी के नाम पर रजिस्ट्री करवा दी, जिस कंपनी में उसकी पत्नी आफसा अंसारी डायरेक्टर हैं। अफशा अंसारी 75 हज़ार की इनामी बदमाश है और माफिया मुख्तार की पत्नी है। अली जैदी का कहना है कि इस जमीन पर पहले दो लोगों के बीच में झगड़ा था।
मुख्तार अंसारी बिचौलिया बनकर आए और इस जमीन को अपनी पत्नी के नाम पर करा दिया और फिर प्लॉटिंग करके बेचना शुरू कर दिया। अब इस मामले से शासन को शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी ने अवगत कराया है और इस मामले में जांच की मांग की है। अली जैदी के मुताबिक कागजात में आज भी यह जमीन वक्फ बोर्ड के नाम पर है।
शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी का कहना है कि अतीक अहमद वक्फ बोर्ड की जमीनों को कब्जा करके उस पर कॉन्प्लेक्स तैयार कर बेचता था। प्रयागराज में बने इमामबाड़े की जमीन पर अतीक ने कब्जा किया फिर वहां आलीशान कॉन्प्लेक्स बनाकर बेचने की तैयारी शुरू कर दी, लेकिन इसकी भनक लखनऊ में बैठे शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी को लग गई और उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरे मामले से अवगत कराया।
साथ ही अवैध तरीके से इमामबाड़े की जमीन कब्जाने के मामले में सीबीआई जांच की मांग कर दी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच के आदेश दिए और अवैध तरीके से बन रहे कॉन्प्लेक्स पर बुलडोजर भी चला। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी को शक था कि कहीं ना कहीं इमामबाड़ा की कमेटी के लोग या तो अधिक के साथ मिले हुए हैं नहीं तो अति के प्रभाव में डरे हुए हैं। फिलहाल अभी भी इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है।