गुजरात हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश ने बुधवार को राहुल गांधी की सूरत सत्र अदालत के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। इससे इस केस को लेकर एकबार फिर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी के वकील पीएस चंपानेरी ने न्यायमूर्ति गीता गोपी की अदालत के समक्ष मामले का उल्लेख किया और तत्काल सुनवाई किए जाने की गुहार लगाई। लेकिन संक्षिप्त सुनवाई के बाद न्यायमूर्ति गीता गोपी ने कहा- मेरे सामने नहीं।
मालूम हो कि सूरत की सत्र अदालत ने राहुल की मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि मामले में उनकी सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। यह घटनाक्रम राहुल गांधी की ओर से हाईकोर्ट में अपील दायर करने के एक दिन बाद सामने आया है। पीएस चंपानेरी ने कहा कि अदालत ने पहले उन्हें मामले को बुधवार के लिए रखने की अनुमति दी थी, लेकिन जब यह सुनवाई के लिए याचिका आई तो मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया।