इसे भक्ति कहेंगे, अंधभक्ति या फिर भक्ति की पराकाष्ठा। जहां एक देवी की भक्ति में लीन महिला द्वारा देवी माता को प्रसन्न करने के लिए आत्मघाती कदम उठाते हुए अपनी जीभ का बड़ा हिस्सा देवी माता के चरणों में अर्पित कर दिया गया। जीभ अर्पित करने के बाद महिला देवी मंदिर में गिरकर अचेत हो गई। घटना के बाद देवी मंदिर में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग महिला की जीभ वापस आने (जुड़ने) की कामना करते हुए भजन कीर्तन करने में जुट गए । वहीं घटना स्थल पर घायल महिला को अस्पताल ले जाने के लिए पुलिस भी मौजूद है, लेकिन भक्ति में लीन लोग पुलिस को महिला को अस्पताल ले जाने से रोक रहें हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला चित्रकूट क्षेत्र के मझगवां कस्बा स्थित प्राचीन तालाब के देवी माता के मंदिर का है। जहां मझगंवा कस्बा स्थित बसोर बस्ती निवासी महिला रचना बसोर द्वारा भक्ति में लीन होकर देवी प्रतिमा के समक्ष अपनी जीभ काट कर चढ़ा दी गई और अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से महिला रचना बसोर मंदिर में ही मूर्छित हो गई।
घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस और सामाजिक संस्था के लोगों द्वारा मौके पर पहुंचकर महिला को उपचार के लिए अस्पताल ले जाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन परिजन महिला को किसी भी हालत में अस्पताल ले जाने को तैयार नहीं थे। लगभग 2 घंटे तक मंदिर में अचेत रहने के बाद महिला को होश आ गया और मंदिर में देवी माता की मूर्ति के सामने महिला झूमने लगी। जबकि मंदिर के बाहर मौजूद श्रृद्धालु भक्तों का हुजूम देवी की भक्ति में नाच गा रहा था।