हिमाचल प्रदेश के मनाली में हुई भारी बर्फबारी ने रोमांच के साथ-साथ कठिनाइयों का भी नया अध्याय लिख दिया। सोमवार को सोलंग और अटल सुरंग, रोहतांग के बीच लगभग 1,000 वाहन फंसे, जिससे पर्यटक और स्थानीय लोग परेशान हो गए। बर्फबारी के कारण सड़कें फिसलन भरी और अवरुद्ध हो गईं, जिससे कई वाहन घंटों तक जाम में फंसे रहे। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बचाव अभियान चलाया, जिसमें करीब 700 पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए मनाली, सोलंग और शिमला जैसे हिमाचल के लोकप्रिय स्थलों पर हजारों पर्यटक पहुंचे थे। हालांकि, भारी बर्फबारी और ट्रैफिक जाम ने उनके उत्साह को कहीं न कहीं चुनौती में बदल दिया। बर्फ में फंसे पर्यटकों को निकालने और राहत देने के लिए भोजन और गर्म रहने की व्यवस्था की गई।
हाल ही में हुई बर्फबारी ने हिमाचल की प्राकृतिक सुंदरता को चार चांद लगा दिए हैं। मनाली और सोलंग जैसे स्थलों पर पर्यटक स्नोमैन बनाने, बर्फबारी का आनंद लेने और “व्हाइट क्रिसमस” का सपना साकार करने में जुटे रहे। महामारी के प्रभाव से जूझ रहे स्थानीय पर्यटन उद्योग को इस बर्फबारी से नई ऊर्जा और राहत मिली है।
शिमला में बर्फ की चादर से ढके पहाड़ और घाटियां पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। होटल व्यवसायियों और होमस्टे मालिकों ने बड़ी संख्या में बुकिंग्स के चलते राहत की सांस ली है।
स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे बर्फबारी के दौरान सतर्क रहें और निर्देशों का पालन करें। इस बार की अप्रत्याशित बर्फबारी ने हिमाचल को पर्यटन के लिए और भी आकर्षक बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही कठिनाइयों से निपटने के लिए तैयार रहना भी जरूरी है।