मुजफ्फरनगर में डीएम की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। भाकियू कार्यकर्ताओं ने किसान दिवस के दौरान अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। किसान यूनियन कार्यकर्ताओं के निशाने पर चकबंदी विभाग के अधिकारी रहे। चेतावनी दी गई कि यदि अधिकारियों की कार्यप्रणाली में परिवर्तन नहीं हुआ तो 25 जून से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।
मुजफ्फरनगर में किसानों के समक्ष आ रही गन्ना भुगतान, चकबंदी और सिंचाई संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए बुधवार को जिला पंचायत सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में आयोजित किसान दिवस के दौरान भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। किसान यूनियन जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने आरोप लगाया कि चकबंदी के नाम पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्र गुजर गया है लेकिन सभी किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान पूरी तरीके से नहीं किया गया।
भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा ने कहा कि यदि किसान समस्याओं के निराकरण के लिए धरना देता है तो उसके विरुद्ध मुकदमे दर्ज किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि चकबंदी विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। रात के 1 बजे भी कार्यालय खोलकर स्टे जारी कर दिया जाता है। भ्रष्टाचार के चलते किसान परेशान है। वोल्टेज कम आने के कारण सिंचाई के लिए ट्यूबवेल से पानी नहीं मिल पा रहा।
किसानों को समय पर खाद भी नहीं मिल पा रहा। भारतीय किसान यूनियन मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा ने कहा कि यदि प्रशासनिक अधिकारियों का यही रवैया रहा तो किसान 25 जून से सड़कों पर उतर कर हंगामा करेगा। चेतावनी दी गई कि भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्य प्रणाली में परिवर्तन लाना होगा।