रूसी सेना के हमले के बाद पहली बार यूक्रेन सरकार की मंत्री भारत का दौरा करने जा रही हैं। खबर है कि उप विदेश मंत्री एमीन झापारोवा अगले सप्ताह भारत आ सकती हैं। अटकलें हैं कि इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कीव आने का न्योता भी दे सकती हैं। रूस ने बीते साल फरवरी में यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी थी।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, झापारोवा भारतीय अधिकारियों से मुलाकात करेंगी और युद्ध को लेकर एक लेक्चर में भी शिरकत करेंगी। भारत दौरे पर वह सितंबर में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की के शामिल होने की संभावनाओं को लेकर भी अधिकारियों से चर्चा कर सकती हैं। फिलहाल, भारत ने जेलेंस्की को शिखर सम्मेलन में न्योता नहीं दिया है। इस दौरान वह युद्ध के प्रभावों को लेकर चर्चा करेंगी और भारत से समर्थन मांगेंगी।
खास बात है कि यूक्रेन ने भारत के साथ चर्चाएं जारी रखी हैं। रूस के साथ युद्ध शुरू होने के बाद जेलेंस्की कई बार पीएम मोदी से बात कर चुके हैं। इधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर भी अपने समकक्ष दिमित्रो कुलेबा से बातचीत कर चुके हैं। इसके अलावा यूक्रेन मानवीय सहायता को लेकर भी भारत का धन्यवाद कर चुका है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पेश हुए रूसी कार्रवाई का विरोध करने वाले प्रस्ताव पर वोटिंग से भारत दूर रहा था। कहा जा रहा है कि इसपर यूक्रेन काफी निराश हुआ था। इधर, भारत लगातार कहता रहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी शांति पहल का समर्थन करेगा। वहीं, पीएम मोदी ने दिसंबर में ही यूक्रेन के राष्ट्रपति को कहा था कि भारत शांति के प्रयासों का समर्थन करेगा साथ ही मानवीय सहायता जारी रखने का वादा किया था।
झापारोवा का दौरा ऐसे समय पर आया है, जब रूस के कई बड़े नाम भी भारत आने की तैयारी कर रहे हैं। 5 मई को रूस के विदेश मंत्री सार्गेई लावरोव भी एससीओ बैठक के लिए आने वाले हैं। जबकि, जुलाई में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत का दौरा करेंगे।