आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बाराबंकी में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम डॉक्टर दिनेश शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। यहां उन्होंने विभाजन विभीषिका से संबंधित प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। कोऑपरेटिव सभागार में कार्यक्रम के दौरान पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने विभाजन के बाद पाकिस्तान से विस्थापित भारत भूषण सिंह को सम्मानित किया। इस दौरान डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि विभाजन विभीषिका के घाव बहुत गहरे हैं। भारत विभाजन के लिए कांग्रेस और मुस्लिम लीग दोनों जिम्मेदार हैं।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री की कुर्सी हथियाने के लिए कांग्रेस ने देश का विभाजन स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि अखंड भारत के विभाजन के लिए जितना कांग्रेस जिम्मेदार थी, उतना ही जिन्ना के नेतृत्व वाली मुस्लिम लीग भी जिम्मेदार थी। दोनों के स्वार्थ और अहंकार के चलते लाखों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी, करोड़ों लोग बेघर और विस्थापित हुए। पूर्व डिप्टी सीएम सोमवार को स्थानीय कोऑपरेटिव सभागार में भाजपा द्वारा विभाजन विभीषिका दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि विभाजन विभीषिका मानव इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी है, जिसके घाव बहुत गहरे हैं। इस त्रासदी ने मां भारती के भूगोल को तो बदला ही, साथ ही समाज और संस्कृति पर भी कुठाराघात किया। भारतीयों के लिए यह समय आत्मचिंतन के आह्वान और इतिहास बोध जागृत करने का है। पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विभाजन विभीषिका दिवस मनाए जाने का मकसद युवा पीढ़ी को देश को एकजुट रखने की जिम्मेदारी का बोध भी कराना है। बताया कि वीर सावरकर जैसे अनेक राष्ट्रवादियों ने बटवारे का पुरजोर विरोध किया था। त्रासदी का मार्मिक वर्णन करते हुए उन्होंने अपने रिश्तेदारों के विस्थापन की व्यथा भी साझा की और युवाओं को देश की एकता के लिए प्रेरित भी किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि दिनेश शर्मा ने पाकिस्तान के सरगोधा जिला अंतर्गत भेरा तहसील से विभाजन के समय संघर्ष करते हुए भारत पहुंचे लखपेड़ाबाग निवासी भारत भूषण सिंह को सम्मानित किया।