नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच निकट भविष्य में द्विपक्षीय टेस्ट मैच आयोजित होने की कोई संभावना नहीं है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन नजम सेठी इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे न्यूट्रल स्थान पर भारत बनाम पाकिस्तान टेस्ट का आयोजन चाहते हैं, लेकिन बीसीसीआई ने ऐसे किसी भी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है।
बाबर आजम बनाम रविचंद्रन अश्विन और विराट कोहली बनाम शाहीन अफरीदी मुकाबला डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले लाल गेंद क्रिकेट में नहीं देखने को मिलेगा। बीसीसीआई के सूत्र ने एएनआई से कहा, ”आगामी दिनों या भविष्य में भारत और पाकिस्तान के बीच किसी प्रकार की सीरीज आयोजित करने की योजना नहीं है। हम पाकिस्तान के खिलाफ किसी प्रकार की द्विपक्षीय सीरीज खेलने के लिए तैयार नहीं हैं।”
ध्यान दिला दें कि पीसीबी प्रमुख नजम सेठी ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से बातचीत में द्विपक्षीय टेस्ट मैच का प्रस्ताव रखा था। रमीज राजा भी भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज आयोजित कराने में दिलचस्पी दिखा चुके हैं।
नजम सेठी ने एसएमएच से बातचीत में कहा था, ”हां, मुझे लगता है कि इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका में द्विपक्षीय टेस्ट मैच खेला जा सकता है। मगर मेरे ख्याल से सबसे सही जगह इंग्लैंड रहेगी और इसके बाद ऑस्ट्रेलिया। अगर आपको ऑस्ट्रेलिया के किसी भी स्टेडियम में फुल हाउस मिले तो सही है। यह अच्छा होगा।”
पता हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी टेस्ट मैच 2007 में बेंगलुरु में खेला गया था। तब से दोनों देशों के बीच लाल गेंद से क्रिकेट नहीं खेली गई। जहां भारत और पाकिस्तान आईसीसी या एशिया इवेंट्स में आमने-सामने होते हैं, वहीं दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण क्रिकेट की द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाती है।
इस बीच नजम सेठी ने स्पष्ट किया है कि अगर बीसीसीआई ने एशिया कप 2023 के मॉडल को ठुकराया तो पाकिस्तान भी वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं लेगा। ध्यान दिला दें कि पीसीबी ने एशिया कप की मेजबानी के लिए अपना प्रस्ताव दोबारा ठीक करके भेजा है। इसके अंतर्गत भारतीय टीम अपने मुकाबले यूएई या श्रीलंका में खेलेगी और अन्य टीमें पाकिस्तान में मैच खेलेगी। वहीं बीसीसीआई इस बात पर अड़ा हुआ है कि टूर्नामेंट का आयोजन पाकिस्तान से बाहर किया जाए।