गांव आकराबाद के समीप स्थित नहर में भाजपा शक्ति केंद्र संयोजक विष्णु कांत अग्रवाल का गुरुवार शाम शव मिलने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह डूबना बताया गया है। शुक्रवार शाम को शव जब गांव सकरस पहुंचा तो कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
27 जनवरी को गांव सकरस निवासी विष्णु कांत अग्रवाल किसी के फोन आने की बात कहकर रात करीब साढ़े आठ बजे घर से बाइक लेकर निकले थे। काफी वक्त तक न लौटने पर चिंतित परिजनों ने गांव के कुछ लोगों के साथ आसपास खोजबीन की। इसके अलावा नाते रिश्तेदारों से भी जानकारी जुटाई, पर कहीं से भी कोई सुराग नहीं मिला। दो दिन बाद परिजनों ने पुलिस को गुमशुदगी दर्ज करने को तहरीर दी। गुरुवार शाम करीब पांच बजे नहर की तरफ गए कुछ बच्चों की नजर पानी में पड़े शव पर पड़ी तो उन्होंने गांव में जानकारी दी। सूचना पर पहुंचे मृतक के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।
गुप्ता कालोनी क्षेत्र के गांव पुनर्भूग्रंट निवासी श्रवण कुमार ने पानी की निकासी के लिए अपने मकान के आगे करीब ढाई फिट गहरा गड्डा खोदा था, शुक्रवार सुबह उसी गड्ढे में डूबने से श्रवण कुमार के डेढ़ वर्षीय बेटे मानस की मौत हो गई। हृदय विदारक घटना ने श्रवण कुमार को झकझोर दिया है। मां-बाप के साथ बड़ी दोनों बहनें भी रो-रोकर बेहाल हैं। डेढ़ वर्षीय मानस शुक्रवार की सुबह घर के बाहर खेल रहा था। तभी वह घर के बाहर पानी भरे गड्ढे में गिर गया और उसकी मौत हो गई। कुछ देर बाद अन्य बच्चों ने उसे गड्ढे के पानी में पड़े देखा तो शोर मचाया। परिवार के लोग दौड़कर पहुंचे और बच्चे को गड्ढे से बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।
बेटे की मौत के बाद श्रवण रोते हुए कह रहा था कि उसे नहीं मालूम था कि पानी निकासी के लिए वह जिस गड्ढे को खोद रहा है, वह एक दिन उसके बेटे की मौत का कारण बन जाएगा। गांव पुनर्भूग्रंट में पक्की नालियां नहीं हैं।