डीएफओ दंपती को हटवाने की मांग को लेकर पुरोला के भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के आवास के सामने धरने पर बैठ नारेबाजी करने लगे थे। इस दौरान मंत्री और विधायक के बीच तीखी बहस भी हुई। विधायक ने वन मंत्री के सामने ही उनके आदेश की कापी को फाड़कर हवा में उछाल दिया था। इससे माहौल और गर्म हो गया था। मौके पर जमकर हंगामा शुरू हो गया था।
हंगामा बढ़ने के बाद विधायक अपने तमाम समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। इस दौरान मौके पर मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई।
उत्तरकाशी की यमुना घाटी के गोविंद वन्यजीव विहार एवं राष्ट्रीय पार्क और अपर यमुना टॉस वन प्रभाग में डीएफओ दंपती कार्यरत हैं। विधायक दुर्गेश्वर लाल का आरोप है कि दोनों अफसर जानबूझकर उनके लोगों को परेशान कर रहे हैं। विकास कार्यों में बांधा पहुंचा रहे हैं। उनके लोगों के खिलाफ मुकदमे कराए जा रहे हैं। विधायक डीएफओ दंपती के तबादले की मांग पर मुखर हैं।
विधायक के मुताबिक वह डीएफओ दंपती की शिकायत लेकर मंत्री के पास पहुंचे हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री ने उनके साथ गाली गलौज की। उन्हें धक्के देकर बाहर निकाल दिया था। विधायक ने कहा कि वह अब अपनी जनता को क्या जवाब देंगे। वहीं दूसरी ओर मंत्री सुबोध उनियाल ने विधायक के आरोपों को सिरे से नकारा है।
इस घटनाक्रम के बाद विधायक दुर्गेश्वर लाल ने शाम को सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान विधायक सीएम के सामने फफक कर रो पड़े। विधायक के मुताबिक सीएम ने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।