उत्तर प्रदेश में बाराबंकी जिले के फतेहपुर कस्बे में स्थित नेशनल इंटर कॉलेज के सभागार में राष्ट्रीय किसान मोर्चा का चौथे राज्य अधिवेशन आयोजित किया गया। जिसमें सिराथू से समाजवादी पार्टी की विधायक और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार चाह रही है कि किसान अपनी खेती छोड़कर शहरों की तरफ पलायन कर जाएं। वहीं भाजपा में जाने की कयासबाजी पर पल्लवी पटेल ने दो टूक शब्दों में कहा कि वह डूबती नाव की सवारी कभी नहीं करती।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पल्लवी पटेल ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश का किसान सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि और छुट्टा मवेशियों से नहीं बल्कि सरकार की सोच, नीति और नियत से मारा जा रहा है। किसान की लागत का मूल्य दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है और उपज का मूल्य दिन प्रतिदिन घटता जा रहा है। इन दोनों चक्की के पाटों में देश का अन्न दाता पिसता जा रहा है। उन्होंने हक बंदी के कानून को निष्प्रभावित करने और बीज अधिनियम बनाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि इनकी कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन अमीरों को और अमीर बनाने के लिए ये नियम बनाए जा रहे हैं। आज हालात ये हैं कि किसान को बीज व खाद के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनियों का मुंह देखना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि पल्लवी पटेल ने आगे कहा कि देश और प्रदेश की सत्ताधारी सरकार और उनके मंत्री की बातों और वादों में बड़ा अंतर है। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिये हम सभी को एकजुट होकर भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाना पड़ेगा। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि उनके भाजपा में जाने की चर्चा चल रही है तो उन्होंने कहा कि पल्लवी पटेल ने इतनी निचले स्तर की राजनीति कभी नहीं की है। उन्होंने कहा कि वह कभी डूबती हुई नाव की सवारी नहीं करती और भारतीय जनता पार्टी डूबती हुई नाव ही है।