प्रयागराज के भाजपा की पूर्व विधायक नीलम करवरिया का 55 साल की उम्र में निधन हो गया। उदयभान करवरिया की पत्नी नीलम करवरिया बेहद सरल और मृदुभाषी स्वभाव की थीं। पिछले कुछ दिनों से वह लीवर सिरोसिस से परेशान थीं। डाक्टरों ने उन्हें लीवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी। जिसके बाद वह इलाज के लिए हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती थीं। एक दिन पहले उन्हें हार्डअटैक आया और उसके अगले दिन उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली।
पति उदयभान करवरिया के आजीवन कारावास में जेल जाने के बाद नीलम करवरिया घर से बाहर निकली और उन्होंने मेजा विधानसभा से चुनाव लड़ा, जनता ने उनके साथ दिया और वह विधायक हुईं। इसके पहले उनके पति उदयभान करवरिया दो बार बारा विधानसभा से विधायक रह चुके थे। उनके जेल जाने के बाद करवरिया परिवार पर राजनीतिक संकट खड़ा हो गया था लेकिन उसे समय नीलम करवरिया ने राजनीति में कदम रखकर अपनी सरलता और व्यावहारिकता से करवरिया परिवार की राजनीतिक विरासत को कायम रखा।