उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए राजनीति, सेवा का मिशन है, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के लिए राजनीति अपने कारनामों को अंजाम देने, अराजकता, गुंडागर्दी फैलाने, दंगा कराने और कर्फ्यू लगाने का एक व्यवसाय है। मुख्यमंत्री ने कहा, “सपा और बसपा को इन कारनामों को करने का प्रमाणपत्र नहीं देना चाहिए.. इनके प्रत्याशियों की जमानत जब्त होनी चाहिए। समाजवादी पार्टी राम मंदिर का विरोध करती है, दीपोत्सव, देव दीपावली, परीक्षाओं की शुचिता, विकास कार्यों और यहां तक कि गरीब कल्याणकारी योजनाओं का भी विरोध करती है। यह केवल बांटने की राजनीति में विश्वास करती है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “अयोध्या में 500 वर्षों का इंतजार हमें इसलिए करना पड़ा था क्योंकि हम बंटे थे। काशी और मथुरा में हमें अपमान इसलिए झेलना पड़ा क्योंकि हम बंटे थे। जब बंटे थे, तो कटे थे। भारत में आज सबसे बड़ी चुनौती जाति के नाम पर बांटने वाले लोग हैं।” उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी का विकास से कोसों दूर तक रिश्ता नहीं है। इनका एक ही सिद्धांत है सबका साथ, सैफई परिवार का विकास। इससे ऊपर ये सोच भी नहीं सकते।” योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमने पहले ही दिन कहा था कि उत्तर प्रदेश की धरती को दंगा मुक्त बनाएंगे, नकल माफिया, खनन माफिया, पशु माफिया आदि से सख्ती से निपटेंगे। इन पर कार्रवाई से सपा को बहुत पीड़ा होती है।
लोक सेवा आयोग के खिलाफ चले छात्र आंदोलन के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रतियोगी परीक्षाएं शुचितापूर्ण ढंग से संपन्न हों, इसके लिए माहौल सरकार भी बनाएगी और चयन बोर्ड और आयोग भी इसके लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं। अच्छे नौजवान जब सेवा में आएंगे तो विकास की गति बढ़ाएंगे और गरीबों के लिए शासन की योजनाएं उन तक पहुंचाने में मदद करेंगे।” योगी आदित्यनाथ ने कहा, “समाजवादी पार्टी से जुड़े दुर्दांत माफिया आम लोगों की हत्या भी करते थे और संपत्तियों पर भी कब्जा करते थे। ये व्यापारियों का अपहरण करते थे, बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाते थे, धार्मिक स्थलों पर कब्जा करते थे और त्योहारों में व्यवधान डालकर अशांति पैदा करते थे।” उन्होंने कहा, “आज मैं कह सकता हूं कि आज उत्तर प्रदेश में ना कर्फ्यू है, ना दंगा है, उत्तर प्रदेश में सब चंगा है।”