जयपुर। प्रदेश में सफाई कर्मचारियों के 13184 पदों पर भर्ती के लिए निकली विज्ञप्ति के साथ ही बवाल मच गया है। विभिन्न वर्गों के आरक्षण के साथ निकली भर्ती के विरोध में प्रदेशभर के सफाई कर्मचारियों ने कल से हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है। नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय पर दिनभर चली बैठक में वाल्मीकि समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय किया गया कि 2018 के पैटर्न पर भर्ती नहीं होने दी जाएगी। सरकार ने हमारे साथ वादाखिलाफी की है। जिसके चलते 25 अप्रेल से वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी।
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि 18 जनवरी और 19 अप्रेल 2023 को सयुक्त वाल्मीकि सफाई श्रमिक के साथ समझौता किया गया था, जिसमें भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की बात थी। लेकिन निदेशक डीएलबी अपने लिखित समझोते की क्रियान्विति नहीं कर रहे हैं और 2018 कि तर्ज पर सफाई कर्मचारियों के रिक्त पदों पर भर्ती कर रहे हैं। सफाई कर्मचारियों ने पहले ही साफ कर दिया था कि अगर आरक्षण के साथ सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली गई तो शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर देंगे। इसलिए सरकार जब तक पदों का आरक्षण हटाकर वाल्मीकि समाज को सफाई कर्मचारी भर्ती में प्राथमिकता नहीं देगी, हम काम पर नहीं आएंगे।
डंडोरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा थी कि वाल्मीकि समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को नौकरी मिले, इसलिए 30 हजार पदों की भर्ती निकाली है, लेकिन अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि अधिकारी नहीं चाहते कि सरकार रिपीट हो। 2018 में हम भाजपा सरकार को सबक सिखा चुके हैं।