मुरादाबाद में रविवार जनसभा में मंच से भड़काऊ बयान देना सपा प्रत्याशी रुचि वीरा को महंगा पड़ गया। अब पुलिस ने रुचि वीरा, जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव समेत पांच सपा नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है। जिसमें सरकारी कार्य में बाधा डालने और भड़काऊ भाषण देकर लोगों को भड़काने का आरोप है। एसआई अरफान की तहरीर पर मुगलपुरा थाने में केस दर्ज किया गया है।
मुगलपुरा क्षेत्र के जीआईसी मैदान में रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव की जनसभा आयोजित थी। लेकिन खराब मौसम ने पानी फेर दिया। तीन घंटे से ज्यादा देर तक लोग इंतजार करते रहे अंत में जब अखिलेश यादव नहीं आ सके तब मंच पर मौजूद सपा प्रत्याशी रुचि वीरा ने मोर्चा संभाल लिया।
उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उनके कार्यकर्ताओं को जनसभा में आने से रोक रहे हैं। जो लोग मैदान में आ रहे हैं, उन्हें भगाया जा रहा है। शहर के बाहर ही बसें रोकी जा रही हैं। रुचि वीरा ने यहां तक कह दिया कि पुलिस अधिकारी और कर्मचारी अपनी औकात में रहें, भाजपा के लिए काम करना बंद कर दें। दूसरे नेताओं ने भी उनकी इस बात का समर्थन किया था।
सपा नेता रुचि वीरा आगे कहा कि वह मुरादाबाद से चुनाव जीतेंगी और यहां भेड़िए का शिकार करेंगी। इस मामले में अब मुगलपुरा थाने में एसआई अरफान की तहरीर पर केस दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि जनसभा में पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात थे। किसी तरह की अव्यवस्था न फैले इसके लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई थी। आरोप है कि सपा और कांग्रेस गठबंधन की उम्मीदवार रुचि वीरा ने बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया।
इसके अलावा पुलिसकर्मियों के सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए भड़काऊ भाषण भी दिया। उन्होंने पुलिस प्रशासन को भाजपा का एजेंट बताया गया। इस मामले में मुगलपुरा थाना प्रभारी मनोज ने बताया कि रुचि वीरा, शाने अली उर्फ शानू, बाबर खां, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जयवीर यादव और मोहम्मद गनी के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके अलावा वीडियोग्राफी के जरिए अन्य आरोपियों की पहचान भी की जा रही है।

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