हिमाचल प्रदेश समेत उत्तर भारत में मानसून का प्रकोप रविवार को भी जारी रहा, छह और लोगों की मौत हो गई और अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई। सरकार को सभी शैक्षणिक संस्थानों को दो दिनों के लिए बंद करना पड़ा है। इस बीच हिमाचल के मंडी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया गया है, जिसकी तस्वीरें सामने आई हैं.
उत्तर भारत के कई हिस्सों में रविवार को मूसलाधार बारिश हुई और भूस्खलन एवं वर्षा जनित विभिन्न घटनाओं में 19 लोगों की मौत हो गई। दिल्ली में यमुना सहित देश के उत्तरी क्षेत्र में कई नदियां उफान पर हैं। कई शहरों और कस्बों में सड़कें तथा आवासीय क्षेत्र घुटनों तक पानी में डूब गए और रिकॉर्ड बारिश के चलते निकाय व्यवस्था पंगु नजर आई। अचानक आई बाढ़ से पर्वतीय इलाकों में सड़कें बह गईं।
जानकारी के मुताबिक, कुछ लोग मंडी जिले के नगवैन गांव में 9 जुलाई यानी रविवार की रात से फंसे हुए थे. जिनकी मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू करना पड़ा। लोगों ने रस्सी से नदी पार की इस रेस्क्यू ऑपरेशन की हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आईं हैं। इस रेस्क्यू का वीडियो भी शेयर किया है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भारी बारिश की वजह से ब्यास नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था, जिसकी वजह से मंडी जिले के नगवैन गांव के पास छह लोग फंस गए थे। एनडीआरएफ की टीम ने रविवार की देर रात बचाव अभियान चलाते हुए उन लोगों का रेस्क्यू किया। हिमाचल के मंडी में पंचबख्त्र मंदिर और अन्य पुल के आसपास का वीडियो भी सामने आया है.
उत्तराखंड में रविवार को भी जारी रही बारिश के दौरान भूस्खलन तथा अन्य संबंधित घटनाओं में नौ व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी और छह अन्य घायल हुए हैं। मौसम विभाग द्वारा फिलहाल मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किए जाने के मद्देनजर प्रशासन को ‘रेड अलर्ट’ पर रहने को कहा गया है। अनेक स्थानों पर भूस्खलन होने से राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई मार्ग बंद हो गए हैं, जिससे सामान्य जनजीवन के प्रभावित होने के साथ ही चारधाम यात्रा में भी रूकावट आ रही है।