सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) के जरिये संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 75,000 टन गैर-बासमती चावल के निर्यात को मंजूरी दी।
इस समय देश में गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध है, लेकिन भारत अपने मित्र और पड़ोसी देशों के अनुरोध पर उनकी खाद्य सुरक्षा मांग को पूरा करने के लिए चावल भेज रहा है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि एनसीईएल के जरिये यूएई को 75,000 टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात की अनुमति दी गई है।
सरकार ने इससे पहले सेनेगल (पांच लाख टन), गाम्बिया (पांच लाख टन), इंडोनेशिया (दो लाख टन), माली (एक लाख टन) और भूटान (48,804 टन) को टूटे चावल के निर्यात की अनुमति दी थी।
सरकार ने एनसीईएल के जरिये भूटान (79,000 टन), मॉरीशस (14,000 टन) और सिंगापुर (50,000 टन) को गैर-बासमती चावल के निर्यात की अनुमति भी दी है।