उत्तर प्रदेश में भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से 54 लोगों की जान चली गई है। इसमें से आकाशीय बिजली से 43, सर्पदंश से 2 और डूबने से 9 लोगों की मौत हुई है।भारी बारिश की वजह से आई इस बाढ़ से कई लोगों को अपना घर छोड़कर कहीं और पलायन करना पड़ा।
आकाशीय बिजली और तेज बारिश के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शहर से लेकर गांव तक में पानी भर चुका है। स्कूल और कॉलेजों में पानी भर गया है। कई कॉलेजों के पुस्तकालय में रखी सैकड़ों साल पुरानी पांडुलिपि नष्ट हो गई हैं।
उत्तर प्रदेश के कुल 16 जिले के 923 गांव इस वक्त बाढ़ से प्रभावित है। इनमें पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थ नगर, बाराबंकी, सीतापुर, गोरखपुर, बरेली, मुरादाबाद, आजमगढ़ के कई गांव शामिल हैं। यूपी में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिनमें राप्ती नदी – बर्डघाट गोरखपुर, शारदा नदी – शारदा नगर लखीमपुर खीरी, बूढ़ी राप्ति नदी – ककरही सिद्धार्थ नगर, ककानो नदी – चंद्रदीप घाट गोंडा, घाघरा नदी- एल्गिन ब्रिज बाराबंकी, अयोध्या, तुत्रिपार – बलिया नदिया इस वक्त खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।