ऐसा लग रहा है, कि बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले छात्रों का मकसद देश के उस नेता का नामो-निशाना मिटाना है, जिन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों के जुल्म को सहकर देश के करोड़ों बंगालियों को नर्क से निकाला था।
बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भी उनके खिलाफ गुस्सा थमा नहीं है और बांग्लादेश को पाकिस्तान की बर्बरता से आजादी दिलाने वाले शेख मुजीबुर रहमान की मुर्तियों को तोड़ी जा रही है और अमेरिका में भी बांग्लादेश के काउंसलेट से शेख मुजीबुर रहमान के फोटो को जबरदस्ती उतार दिया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने न्यूयॉर्क में बांग्लादेश के वाणिज्य दूतावास पर धावा बोला और शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर उतार दी। तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को इमारत के अंदर घुसते और बांग्लादेश के संस्थापक की तस्वीर उतारते हुए दिखाया गया है।
बांग्लादेश पिछले कई हफ्तों से सरकारी नौकरी में आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन चल रहे थे और अब पता चल रहा है, कि प्रदर्शन का असली मकसद शेख हसीना की सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकना था। बांग्लादेश अब अशांति से जूझ रहा है और 77 साल की शेख हसीना ने देश छोड़ दिया है। हिंसक विरोध प्रदर्शनों में अभी तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और शेख हसीना के बेटे ने साफ कर दिया है, कि उनकी मां अब बांग्लादेश कभी वापस नहीं लौटेंगी।
फिलहाल यह साफ नहीं है कि हिंसा प्रभावित देश से दूर अमेरिका में बांग्लादेश के वाणिज्य दूतावास पर हमला क्यों किया गया? घटना के एक वीडियो में प्रदर्शनकारियों को दिखाया गया है – जिनमें से कुछ ने बांग्लादेश के झंडे के रंगों वाली टोपियां पहन रखी थीं – जो हंगामा कर रहे थे। कुछ लोगों को वाणिज्य दूतावास के कार्यालय से कई सामान उतारते हुए भी देखा जा सकता है।
Across multiple locations in Bangladesh, people were seen demolishing statues of Sheikh Mujibur Rahman, the father of Prime Minister Sheikh Hasina. The @albd1971 , has long been centered around a cult of personality focused on Sheikh Mujibur Rahman. Revered as the nations… pic.twitter.com/xvLz8ZQcZM
— Sami (@ZulkarnainSaer) August 6, 2024 ” data-loaded=”true”>
Across multiple locations in Bangladesh, people were seen demolishing statues of Sheikh Mujibur Rahman, the father of Prime Minister Sheikh Hasina. The @albd1971 , has long been centered around a cult of personality focused on Sheikh Mujibur Rahman. Revered as the nations… pic.twitter.com/xvLz8ZQcZM
— Sami (@ZulkarnainSaer) August 6, 2024
बांग्लादेश में भी प्रदर्शनकारियों को सोमवार को शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति पर हथौड़े से हमला करते देखा गया, यह घटना उनकी बेटी की सरकार को उखाड़ फेंकने के कुछ घंटों बाद हुई। कुछ प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में भी धावा बोला, जयकारे लगाए और यहां तक कि संपत्ति को लूट लिया।
शेख हसीना के आधिकारिक आवास पर बिस्तरों पर लेटे प्रदर्शनकारियों, फर्नीचर और कीमती सामान ले जाने और रसोई से सामान लूटने की तस्वीरें भी वायरल हुई हैं।
शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने और भारत में शरण लेने के बाद बांग्लादेश वर्तमान में नई सरकार के गठन का इंतजार कर रहा है, जबकि शेख हसीना कथित तौर पर यूनाइटेड किंगडम में शरण लेने पर विचार कर रही हैं। उनके बेटे सजीब वाजेद जॉय ने रिपोर्टों को खारिज करते हुए कहा है, कि उनकी बांग्लादेश लौटने की कोई योजना नहीं है।
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नेता आज सेना प्रमुख जनरल वकर-उज़-ज़मान से मिलने वाले हैं और उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए कहा है।
सूत्रों के अनुसार, शेख हसीना को सोमवार को बांग्लादेश की सेना ने देश से भागने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था। वह अपने देश को संबोधित करना चाहती थीं, लेकिन सेना ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दी।