जिले के महाराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा में राम गोपाल मिश्र नामक युवक की हत्या के आरोप में रविवार को पुलिस ने कथित मुख्य साजिशकर्ता सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हिंसा में अब तक दोनों पक्षों से कुल 121 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मामले में फरार आरोपियों सैफ अली, जावेद व शोएब की गिरफ्तारी पर पुलिस ने 10-10 हजार रुपये का इनाम रखा है।
बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ल ने रविवार शाम संवाददाताओं को बताया कि पिछले माह 13 अक्टूबर को कस्बा महराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान षड्यंत्र के तहत राम गोपाल मिश्र (22) की हत्या कर दी गयी। इसके बाद तोड़फोड़ भी की गई थी। उन्होंने बताया कि महाराजगंज कस्बे में आगजनी, लूट व तोड़फोड़ की घटना को लेकर थाना हरदी में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। उनके मुताबिक, घटना की जांच के लिए गठित टीम ने क्षेत्र की तमाम दुकानों व मकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त वीडियो साक्ष्य व अन्य तकनीकी व डिजिटल साक्ष्य जुटाए। उन्होंने बताया कि घटना के मुख्य साजिशकर्ता के रूप में महाराजगंज निवासी 52 वर्षीय शकील अहमद उर्फ बब्लू का नाम सामने आया था। शुक्ल ने बताया कि इसके अलावा साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने में संलिप्त मोहम्मद इरफान (29), फरहान रजा (24), हसीब (33), तौसीफ (25) व नूरानी (28) के नाम सामने आए।
एसपी ने बताया कि पुलिस द्वारा इन सभी छह आरोपियों को आज गिरफ्तार कर विधिक प्रक्रिया पूरी कर अदालत के माध्यम से जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक की विवेचना के क्रम में महाराजगंज निवासी सैफ अली, जावेद व शोएब की भी घटना में संलिप्तता का पता चला है और ये तीनों फरार हैं, जिनकी शीघ्र गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10-10 हजार रुपये का इनाम रखा गया है। एसपी ने बताया कि पकड़े गए कथित मुख्य साजिशकर्ता शकील अहमद पर पहले भी दो आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस सूत्र ने बताया कि महराजगंज से 19 लोगों को पूछताछ के लिए हरदी पुलिस ने हिरासत में लिया था, पूछताछ के बाद उक्त छः लोगों को गिरफ्तार कर शेष को छोड़ दिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने अपना नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया, ‘‘शकील अहमद ने 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान बवाल करने की साजिश रची थी। उसने यहां तक तय कर लिया था कि अगर किसी की हत्या भी करनी पड़ी तो वह पीछे नहीं हटेगा।”
बहराइच में बीती 13 अक्टूबर को हरदी थाना अंतर्गत महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में तेज़ आवाज़ में गाना बजाने को लेकर हुए विवाद के बीच गोली चलने से रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्र (22) की मौत हो गयी थी। इसके पश्चात महसी, महाराजगंज व बहराइच शहर में 13 व 14 अक्टूबर को सांप्रदायिक हिंसा फैल गई थी। लोगों ने घरों, दुकानों, शोरूम व अस्पताल आदि में तोड़फोड़ व आगजनी कर करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान किया जिसमें मीडिया कर्मियों समेत लोग घायल हुए। पुलिस ने हिंसा से संबंधित घटनाओं को लेकर दोनों पक्ष की ओर से कुल 15 मुकदमे दर्ज किए थे। एसपी ने बताया कि जिले व महसी महराजगंज क्षेत्र के हालात अब पूरी तरह से सामान्य हैं। क्षेत्र में एहतियातन पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है।