रोडवेज के पास होटल प्रीत पैलेस में जिस युवती की चाकू से गला काटकर बेरहमी से हत्या की गई थी। वह युवती अपने मंगेतर प्रेमी के साथ बगैर आईडी के होटल में रुकी थी। होटल प्रबंधन की लापरवाही को लेकर जांच शुरू हो गई है। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने होटल वालों के रजिस्टर चेक किये। सीसीटीवी भी देखे गए हैं।
शहर के अधिकांश होटलों में घंटे के हिसाब से कमरे दिए जाते हैं। नियम कानून को ताक पर रखकर ज्यादा कमाई के लालच में प्रेमी जोड़े होटल के कमरों में बगैर आईडी के ठहराए जाते हैं। आलम यह है कि स्कूल और कोचिंग टाइम में भी स्कूल बैग के साथ नाबालिक छात्र छात्राएं होटल के कमरों में आते-जाते नजर आ जाएंगे। आलम है कि होटल वाले कमरा देने के बाद उनसे कोल्ड ड्रिंक स्नैक्स के नाम पर वसूली करते हैं। कमरे के मानक से कई गुना ज्यादा रुपए वसूलते हैं। यही वजह है कि प्रीत पैलेस होटल में युवती की हत्या के बाद भी होटल वालों को इसकी भनक तक नहीं लगी। कातिल आलम अपनी मासूका का गला काटने के बाद वहां से आसानी से निकल गया।
घनी आबादी में शहर में दर्जनों होटल है। किसी में भी अग्निशमन के पूरे मानक नहीं है। होटल तक गाड़ी पहुंचने की व्यवस्था नहीं है। होटल में सीसीटीवी नहीं लगाए गए हैं। इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन की अनदेखी की वजह से खुलेआम ऐसे होटल शहर में चल रहे हैं। जिनकी आड़ में गलत धंधे होते हैं। पिछले दिनों फायर ब्रिगेड ने होटलो के खिलाफ अभियान चलाया था, लेकिन नोटिस देने तक ही अभियान सीमित रह गया।