संसद में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने अपना दूसरा भाषण सोमवार को दिया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस भाषण पर एक बार फिर से चर्चा होने लगी है। राहुल गांधी का यह भाषण भी चर्चा में आ गया है।
बता दें कि बजट सत्र के दौरान चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने भाषण दिया था जिसमें से कुछ शब्दों को भाषण से हटा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक भाषण में से जिन शब्दों को हटाया गया है उसमें मोहन भागवत, अजीत डोभाल, अडानी, अंबानी शामिल है। कुल 45 मिनट के भाषण में इन सभी का नाम लिया गया था जिसे हटा दिया गया है। राहुल गांधी द्वारा भाषण में इनका नाम लिए जाने पर खुद ओम बिरला ने भी आपत्ति जताई थी।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने हिंदुस्तान के युवाओं, किसानों और गरीबों को अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसा दिया है। उन्होंने लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि सत्तापक्ष चक्रव्यूह बनाता है, लेकिन कांग्रेस पार्टी एवं विपक्ष चक्रव्यूह तोड़ता है। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में छह लोगों ने फंसा कर मारा था…चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- ‘पद्मव्यूह’, जो कमल के फूल के आकार का होता है। इसके अंदर डर और हिंसा होती है।’’
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा चार और लोगों का नाम लिया, जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपत्ति जताई। राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘21वीं सदी में एक और चक्रव्यूह तैयार किया गया है… जो अभिमन्यु के साथ हुआ, वही हिंदुस्तान के साथ किया जा रहा है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अभिमन्यु को चक्रव्यूह में छह लोगों ने घेर कर मारा था। आज भी चक्रव्यूह रचने वाले छह लोग हैं।’’