इन दिनों कई तरह के फर्जीवाड़े देखने को मिल रहे है। जब लोग ऑनलाइन स्कैम का शिकार होते हैं तो अदालत की शरण में जाकर न्याय मांगते है। मगर अब ऐसा मामला सामने आया है जिससे न्याय व्यवस्था पर भी लोग भरोसा शायद ना कर सके। गुजरात के अहमदाबाद में एक फर्जी अदालत, फर्जी जज के बारे में पता चला है।

जानकारी के मुताबिक एक वकील ने फर्जी जज बनकर विवादित जमीन पर अपना फैसला सुनाया। आरोपी वकील की पहचान मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के तौर पर हुई है। उसने खुद को जज बता कर बकायदा एक कोर्ट की कार्यवाही चलाई। इस कोर्ट की पेशी के दौरान उसने सरकार जमीन पर फर्जी आदेश तक जारी कर दिया। ये मामला एक वकील की शिकायत के बाद प्रकाश में आया है। वहीं मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़कर गिरफ्तातर कर लिया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

जानकारी के मुताबिक गुजरात में बीते वर्ष कई फर्जीवाड़ों के बीच फर्जी कोर्ट पकड़ा गया था। इस मामले की जांच के दौरान ही रजिस्ट्रार हार्दिक देसाई ने आरोपी के खिलाफ अहमदाबाद में शिकायत दर्ज करवाई थी। आरोपी मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के खिलाफ ये शिकायत कारंज पुलिस स्टेशन में की गई थी।

इस मामले की जांच में जुटी पुलिस को जानकारी मिली की मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने वर्ष 2019 में विवादित जमीन को लेकर फर्जी तौर पर मध्यस्थता का आदेश दिया था। जब ये घटना सामने आई तो लोग बेहद हैरान हो गए है। पुलिस को जांच में पता चला है कि क्रिश्चियन ने ये कोर्ट वासणा इलाके में लगाई थी। यहां उसने सिर्फ कोर्ट ही नहीं लगाई बल्कि वकील, क्लर्क से लेकर अदालत के अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी खुद ही निभाई थी।

पुलिस ने मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के खिलाफ आईपीसी की कई धाराएं लगाई है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 170, 419, 420, 465, 467 और 471 के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब मणिनगर पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है। उसके खिलाफ एक और मामला दर्ज है। इस मामले में उसके खिलाफ 406, 420, 467, 468 और 471 धाराएं लगाई गई है। घटना सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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