उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी में योगी सरकार जुटी हुई है। आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या में सुरक्षा उपाय मजबूत करने के लिए कई कारगर कदम उठाए हैं।
महानिरीक्षक (अयोध्या रेंज) प्रवीण कुमार के अनुसार, अयोध्या एक संवेदनशील क्षेत्र रहा है और सुरक्षा योजना में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), यूपी विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ), प्रादेशिक सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) और नागरिक की उपस्थिति शामिल है। पुलिस, नई तकनीकों को शामिल कर रही है।
उन्होंने कहा कि मंदिर के आसपास बिना जांच के अनधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए राम मंदिर के लिए एक नई सुरक्षा योजना जल्द ही लागू की जाएगी। पूरे क्षेत्र में चेकिंग पॉइंट और सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे।
ड्रोन को निर्दिष्ट क्षेत्रों में बिना अनुमति के उड़ान भरने से प्रतिबंधित किया जाएगा। नदी सुरक्षा भी बढ़ाई जाएगी, जिससे नदी तटों पर बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उद्घाटन के दौरान जिले की 37 सरकारी व गैर सरकारी जमीनों पर पार्किंग की सुरक्षा व्यवस्था के साथ निगरानी कैमरे लगाये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आमंत्रित लोगों के लिए व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित की जाएंगी और छोटे वाहनों के लिए विशेष प्रावधानों से उनके गंतव्यों तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि डायवर्जन की जानकारी विभिन्न माध्यमों से दी जाएगी।
उन्होंने कहा, “सुरक्षा कारणों से 22 और 23 जनवरी को भारी वाहनों को सिटी सेंटर से दूर डायवर्ट किया जाएगा। आईजी ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान खुफिया विभाग सक्रिय रहेगा, जिसमें मानव संसाधन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता दोनों पर ध्यान दिया जाएगा।
संभावित खतरों से निपटने के लिए सतर्कता बनाए रखी जाएगी और संदिग्ध गतिविधियों वाले व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। कृत्रिम बुद्धिमत्ता के एकीकरण का उद्देश्य आयोजन के दौरान समग्र सुरक्षा उपायों को बढ़ाना है।