22 जनवरी का दिन पूरे देश के लिए ऐतिहासिक होगा। इसे और भी बेहतरीन यादगार बनाने के लिए हर तरह से तैयारी की जा रही है। वहीं प्रसार भारती ने भगवान राम के प्राणप्रतिष्ठा के दिन अपने प्रसारण के लिए कैलाश गौतम के लिखे लोक रामायण राम सरसायन नाट्य रूपक भजनों से प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश को राममय बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए महानिदेशालय के निर्देश पर रामजन्म से लेकर वनवास तक के संपूर्ण चरित्र पर आधारित २६ लोक भजनों की रिकार्डिगं आकाशवाड़ी द्वारा कराई गई है। इसे महानिदेशालय को भेजा जाएगा।
महानिदेश के निर्देश पर जब इस नाट्य रूपक की तलाश की गई तो पता चला कि पूरी रिकार्डिगं खराब हो गई है। जिसके बाद उनके हस्तलेखों से ३६ में से २६ भजनों को नए सिरे से रिकार्ड कराया गया। इनमें भगवान राम पर आधारित दादरा, कजरी, चौताल, सोहर जेसे भजन शामिल हैं।
बताया गया कि लोक रामायाण के भजनों को नए सिरे से लयबध्द करने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। इसके लिए तीन दिन तक काम हुआ। इसमें प्रभु श्रीराम के जन्म से लेकर विश्वामित्र के साथ यज्ञ की रक्षा और राम वन गमन तक के प्रसंगों पर आधारित भजन शामिल किए गए हैं।