मुजफ्फरनगर। विद्युत विभाग के कर्मचारियों की 72 घंटे की प्रदेशव्यापी कामबंद हड़ताल के कारण तमाम व्यवस्था और जुगाड़ फेल हो गये। हड़ताल और बारिश के कारण विद्युत आपूर्ति ठप हो जाने से पानी की बूंद बूंद को तरसे लोगों का आक्रोश थामने और व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जिला प्रशासन की पूरी रहे से रेल बनी नजर आई और सारे जुगाड़ करने के बाद भी जनता में बिना बिजली और पानी के लिए मचे हाहाकार को थामने में विफल ही रहे। इसके कारण हड़ताल के तीसरे दिन की सुबह और शाम तक भी जनता बेबस रही और प्रशासन भी कई मामलों में लाचार नजर आया। शहर के ही कई इलाके ऐसे रहे, जहां पर 60 घंटे के बाद भी विद्युत आपूर्ति बहाल होने का इंतजार किया जाता रहा। हालांकि जिलाधिकारी ने रातभर अपनी टीम के आला अफसरों के साथ कंट्रोल रूम में उपस्थित रहकर लोगों की शिकायतों को सुना और व्यवस्था बनाने के लिए दिल्ली से विशेष टीमों को बुलाकर बिजलीघरों में आपूर्ति बहाल कराने के लिए लगा दिया गया। अन्य अफसर भी दिन से रात तक बिजलीघरों की ओर दौड़ लगाते रहे। प्रशासन के इस रतजगे ने कई क्षेत्रों के लोगों के लिए कमाल किया और विद्युत व्यवस्था बहाल हो पाई, लेकिन अधिकांश इलाकों में विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो पाने के कारण जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा। 16 मार्च की रात दस बजे से उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्नान पर प्रदेश के विद्युत अफसर और कर्मचारी हड़ताल पर चले गये। इसके बाद से ही प्रदेश के साथ साथ जनपद की शहर से लेकर गांव देहात तक विद्युत आपूर्ति बुरी तरह से चरमरा गई। शुक्रवार की रात से हुई तेज बारिश और हवाओं के जोर ने इस समस्या को विकराल बना दिया। जनपद में औद्योगिक क्षेत्रों के साथ ही मौहल्लों और गांवों के फीडरों से फाल्ट के कारण आपूर्ति बंद हो गयी। इसके बाद प्रशासन की अग्निपरीक्षा भी शुरू हुई और तमाम दावे फेल नजर आये। लोगों में बिना बिजली के पानी और अन्य व्यवस्था के लिए हाहाकार मच गया। जनता हर प्रयास के बावजूद बेबस नजर आई और प्रशासन भी लाचार दिखाई देने लगा। लोगों के साथ ही पशुओं के चारा और पानी की समस्या विकराल होने लगी। शहर के कई मौहल्लों में 50 से 60 घंटे तक भी आपूर्ति बहाल नहीं होने के कारण लोग परेशान है और दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित हुई है। नई मण्डी, वकील रोड, पटेलनगर, गांधी कालौनी, रामपुरी, आनन्दपुरी, जनकपुरी, लददावाला ऐसे इलाके हैं, जहां पर 50 घंटे के बाद भी बिजली के दर्शन नहीं हुए। लोगों को अपने घर में पानी का बंदोबस्त करने के लिए सरकारी हैण्डपम्पों की और दौड़ लगानी पड़ रही है और साधन सम्पन्न लोगों के द्वारा जनरेटर किराये पर मंगाकर पानी और बिजली का बंदोबस्त किया गया है, क्योंकि इस बिजली संकट के कारण लोगों के इन्वर्टर भी फेल हो गये। जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी अपनी पूरी टीम के साथ दिन रात विद्युत व्यवस्था को पटरी पर लाने और पेयजलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मैराथन प्रयासों में जुटे रहे। उनके द्वारा कलेक्ट्रेट में बनाये गये कंट्रोल कमांड सेंटर में रातभर उपस्थित दर्ज कराई गयी। उनके साथ सीडीओ संदीप भागिया और एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, एडीएम वित्त अरविन्द मिश्रा, नगर मजिस्ट्रेट अनूप कुमार भी मौजूद रहे। रात्रि में ही दिल्ली और नोएडा से टाटा कंसल्टेंसी कंपनी से विशेषज्ञ विद्युत कर्मचारियों की आठ टीमों को मुजफ्फरनगर बुलाया गया और इन टीमों के साथ नगर मजिस्ट्रेट अनूप कुमार व एसडीएम सदर तथा अन्य अफसरों को लगाकर विद्युत संकट झेल रहे क्षेत्रों में काम कराते हुए आपूर्ति बहाल कराने का काम किया गया। शामली रोड बिजलीघर से निकलने वाले प्रभावित करीब पांच फीडरों से आपूर्ति देर रात करीब पौने बारह बजे सुचारू कराई गयी। इसके कारण कुन्दनरपुरा, किदवईनगर, खालापार आंशिक और प्रेमपुरी आदि क्षेत्रों की आपूर्ति आने के कारण लोगों को बड़ी राहत मिली। इसके साथ ही भोपा रोड 132 केवी विद्युत उपकेंद्र पर रात करीब 12 बजे नगर मजिस्ट्रेट अनूप कुमार अपनी टीम के साथ पहुंचे और यहां पर युद्ध स्तर पर काम हुआ। जिसके कारण रविवार को सवेरे गांधी कॉलोनी समेत आसपास के क्षेत्र की बिजली आपूर्ति सुचारू कराई गयी। अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा बताया गया कि जनपद में सभी स्थानों पर विद्युत आपूर्ति चालू कराने हेतु टीमों को रवाना कर दिया गया है। बहुत जल्द संपूर्ण जनपद की बाधित विद्युत आपूर्ति को चालू करा दिया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा लगातार विद्युत बाधित क्षेत्रों में आपूर्ति चालू कराई जा रही है जिसके अंतर्गत सुबह 11.30 बजे तक बुढ़ाना ग्रामीण के अंतर्गत आने वाले बुढ़ाना टाउन सब स्टेशन, अटेरना सब स्टेशन, बड़कता सब स्टेशन, गढी शेखावत सबस्टेशन एवं लूहसाना सब स्टेशन पर विद्युत आपूर्ति को दोबारा चालू करा दिया गया है इसके अतिरिक्त ग्राम हडोली में भी आपूर्ति को चालू करा दिया गया। इसके साथ ही शहरी क्षेत्र में विद्युत संविदा कर्मियों की हड़ताल के दृष्टिगत बंद पड़ी विद्युत सप्लाई को पुनः चालू कराया गया, जिसमें न्यू रुड़की रोड बिजली घर से साकेत और मल्हुपुरा फीडरों से आपूर्ति सुचारू कराई गयी है। वहीं गांधी कोलोनी एवं टाउन हॉल से संबद्ध सभी फीडर पर बिजली आपूर्ति पुनः चालू कराई गई। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही पेयजलापूर्ति के लिए नगरपालिका परिषद् की टीमों को लगाया गया है। करीब 40 नलकूपों पर जनरेटर शुरू कराये गये हैं, ताकि पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। रविवार को नगर में प्रातः 8ः00 बजे से 11ः00 बजे तक एवं सांयः 4ः00 बजे से 6ः00 बजे तक पानी की सप्लाई निकाय द्वारा की गयी। वहीं गली मौहल्लों में पानी की किल्लत के कारण लोगों को जनरेटर का सहारा लेते हुए देखा गया। कई गलियों में तो जनरेटर को घर घर ले जाकर पानी भरवाया गया। तो वहीं हैण्डपम्प पर भी लंबी कतार लगी नजर आई।