जानसठ । पितृपक्ष के पावन अवसर पर गांव तालडा में स्थित बाला सुंदरी देवी मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है। जिसका उद्घाटन ग्राम प्रधान द्वारा फीता काटकर किया गया।
शुक्रवार को क्षेत्र के गांव तालडा में स्थित बाला सुंदरी देवी मंदिर के प्रांगण में पितृपक्ष के पावन अवसर पर मानव कल्याण आत्म जागृति के लिए विशेष पित्र शांति के लिए श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया कलश यात्रा शुभारंभ मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान प्रदीप पाल उर्फ मोनू ने फिता काटकर किया तथा उसके उपरांत कलश यात्रा दोपहर 1:30 पर प्रारंभ हुई जो गांव के मुख्य मार्गो से होती हुई कलश यात्रा शाम 3 बजे बालाजी सुंदरी मंदिर कथा स्थल पर पहुंची जहां कलश यात्रा का समापन हुआ कथावाचक शुकतीर्थ नगरी से आई प्रवेश बहन जी ने कथा पंडाल एवं कलश यात्रा में शामिल हुई माता एवं बहनों को पितृ पक्ष के बारे में जागरुक करते हुए उसकी जानकारी दी उन्होंने आत्मा पर प्रकाश डालते हुए आत्मा के बारे में बताया कि आत्मा कहां से आती है और कहां चली जाती है इसका क्या रहस्य है और पितरों की शांति के लिए कैसे करना चाहिए और किस प्रकार से पितृ शांति मिलती है । उन्होंने कहा कि पितृपक्ष में भागवत कथा श्रवण करने से हमारे पितरों की कभी दुर्गति नहीं होती है और कथा का श्रवण करना कलयुग में भगवान को पाने का आसान तरीका बताया। कथा के श्रवण मात्र से सारे कष्ट एवं दुष्प्रभाव दूर हो जाते हैं। इस दौरान मुख्य रूप से सतेंद्र राजेंद्र सुखबीर रिचमन पाल मुकेश रोहतास बीके बाला सुंदरी राजकुमारी संतलेश वही कलश यात्रा में सहभागी रही संगीता विमलेश शिमला राजेश इंदू बबली मुनेश रीता शिखा गीता सुनीता आदि दर्जनों से भी अधिक महिलाएं कलश यात्रा में शामिल रहे। ब्रह्माकुमारी परी बहन व श्रवन भाई का विशेष सहयोग रहा।