मुक्केबाज निशांत देव पुरुषों की 71 किग्रा मुक्केबाजी क्वार्टर फाइनल में मार्को अलोंसो वर्डे अल्वारेज (मेक्सिको) से हार गए हैं।
अगर निशांत यह मुकाबला जीतते तो भारत के लिए पेरिस ओलंपिक 2024 में चौथा पदक पक्का हो जाता। हालांकि, उन्हें तगड़ा झटका लगा। मुक्केबाजी में निशांत के अलावा निकहत जरीन, अमित पंघाल, जैस्मीन लैम्बोरिया और प्रीति पवार सहित अन्य भारतीय मुक्केबाज बाहर हो गए हैं। पदक की दौड़ में केवल लवलीना बोरगोहेन ही बची हैं। पहले दो बाउट में बढ़त बनाने के बावजूद भारतीय मुक्केबाज निशांत देव पेरिस ओलंपिक में पुरुषों के 71 किग्रा के क्वार्टर फाइनल में मैक्सिको के वर्डे से हारकर बाहर हो गए।
इस मुकाबले में विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता निशांत ने अच्छी शुरुआत की लेकिन बंटे हुए फैसले के आधार पर उन्हें 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। उन्हें पदक पक्का करने के लिए यह मुकाबला जीतना था। अब पेरिस ओलंपिक में मुक्केबाजी में भारत की चुनौती टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन के रूप में ही बची है जो महिलाओं के 75 किलो वर्ग में चीन की लि कियान से रविवार को खेलेंगी।
अगर निशांत मार्को एलोन्सो वर्डे अल्वारेज के खिलाफ जीत दर्ज करने में कामयाब होते तो वे समर गेम्स में पदक जीतने वाले चौथे भारतीय मुक्केबाज बन जाते। इसी के साथ वह विजेंदर सिंह, मैरी कॉम और लवलीना बोरगोहेन की श्रेणी में शामिल हो जाते। विजेंदर सिंह ओलंपिक में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष मुक्केबाज हैं।