भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) टिकैत गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सोमवार को कहा कि देश के प्रमुख राजनीतिक दलों की तरह किसानों को भी संसद परिसर में धरना देने की अनुमति मिलनी चाहिए। नरेश टिकैत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर इंदिरा चौक, गजरौला में एक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसे भाकियू ने हवन-यज्ञ करके ‘किसान शक्ति दिवस’ के रूप में मनाया। टिकैत ने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों की आवाज उठाते थे और वह उनके सबसे बड़े हिमायती थे।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राजनीतिक दलों के अनावश्यक विरोध और हंगामे के कारण किसानों से जुड़े मुद्दे दबे रह गए। टिकैत ने आरोप लगाया कि शीतकालीन सत्र में कोई भी राजनीतिक दल ग्रामीण भारत की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी मांगों को लेकर संसद परिसर में विरोध-प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। टिकैत ने कहा कि गांवों और किसानों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले सभी सांसद और विधायक अपनी-अपनी पार्टी के नेता तो हैं, लेकिन वे चौधरी चरण सिंह की तरह गांवों और किसानों के नेता नहीं हैं।