विवादों से नाता रखने वाली पूर्व ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने अब संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट  का दरवाजा खटखटाया है। पूजा खेडकर ने यूपीएससी (UPSC) के फैसले को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।

पिछले हफ्ते यूपीएससी ने महाराष्ट्र कैडर की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की। यूपीएससी ने बुधवार को पूजा खेडकर का बतौर आईएएस चयन रद्द कर दिया और उनके भविष्य में फिर से यूपीएससी परीक्षा देने के सारे रास्ते भी बंद कर दिए।
जानकारी के मुताबिक, यूपीएससी ने पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द कर दी और उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया। यूपीएससी के इस फैसले के खिलाफ पूजा खेडकर ने हाईकोर्ट का रुख किया है।
पूजा खेडकर पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। यूपीएससी की शिकायत पर दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने पूजा खेडकर के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और विकलांगता एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। खेडकर ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
यूपीएससी ने बुधवार को कहा कि उसने ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द कर दी है और भविष्य में किसी भी परीक्षा में उनके शामिल होने पर रोक लगा दी है। आयोग ने एक बयान में कहा, ‘‘यूपीएससी ने उपलब्ध रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच-पड़ताल की है और उन्हें सिविल सेवा परीक्षा-2022 नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है।’’
आयोग ने कहा कि पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को अपनी पहचान ‘फर्जी’ बताकर परीक्षा के लिए स्वीकृत सीमा से अधिक अवसर धोखाधड़ी से प्राप्त करने को लेकर 18 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। उन्हें 25 जुलाई तक अपना जवाब देना था, लेकिन उन्होंने अपना जवाब देने के लिए आवश्यक दस्तावेज जुटाने के वास्ते 4 अगस्त तक का समय मांगा। लेकिन आयोग ने उन्हें 30 जुलाई को दोपहर साढ़े तीन बजे तक का समय दिया। लेकिन पूजा ने इस निर्धारित समय के भीतर अपना स्पष्टीकरण नहीं दिया, जिसके चलते यूपीएससी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की।
पूजा खेडकर पर सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) पास करने के लिए पहचान छिपाकर तय सीमा से ज्यादा बार सिविल सेवा परीक्षा देने, फर्जी दिव्यांगता और ओबीसी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करने का आरोप है। इसके अलावा पुणे में तैनाती के दौरान विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का भी आरोप उन पर है। जिस वजह से उनका पुणे से वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया था।
सिविल सेवा में चयन को लेकर कई विवादों से घिरने के बाद पूजा खेडकर की महाराष्ट्र में आईएएस अधिकारी की ट्रेनिंग रोक दी गई थी। मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नैशनल अकैडमी ऑफ ऐडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) ने उन्हें तत्काल वापस बुला लिया था।

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