खतौली। आंदोलनकारी किसानों पर की जा रही कार्रवाई के विरोध में पुतला फूंकने एवं धरना देने की जानकारी होने पर पुलिस ने भाकियू चढ़ूनी के जिलाध्यक्ष नकुल अहलावत को उनके आवास गांव भैंसी में ही नजरबंद कर दिया। तहसीलदार और सीओ ने पुलिस बल के साथ गांव में पहुंच कर उनसे ज्ञापन लिया।
किसानों के समर्थन में केंद्र सरकार का पुतला फूंकने तथा धरना-प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर बुधवार शाम को ही जिलाध्यक्ष नकुल अहलावत को उनके आवास गांव भैंसी में पुलिस ने नजरबंद कर दिया था। गांव में भाकियू चढ़ूनी कार्यकर्ता एकत्र होने शुरू हो गए थे। बृहस्पतिवार को तहसीलदार श्रद्धा गुप्ता ने सीओ यतेंद्र नागर, प्रभारी निरीक्षक उमेश रोरिया के साथ गांव पहुंची।
जिलाध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं के साथ तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया गया कि आंदोलनकारी किसानों पर हो रहे अत्याचार को रोका जाए। फसलों पर एमएसपी की गारंटी देने, हर बेरोजगार युवक को पांच लाख की आर्थिक मदद देने, गन्ने का भुगतान न करने वाली चीनी मिलों में गन्ने की आपूर्ति रोक कर भुगतान करने वाली मिलों को गन्ना आपूर्ति हेतु मील निर्धारित करने आदि की सात मांगो का मांग पत्र सौंपा गया।
ज्ञापन देने वालों में सतेंद्र अहलावत, अर्जुन अहलावत, रिजवान ठेकेदार, जावेद, धीरज अहलावत, फजलू, सोमदत, अनुज, पंकज राठी, डाॅ. रमेश, अरुण, राजू शर्मा, तेजपाल, राजेद्र, प्रमोद, केहर सिंह आदि शामिल रहे।