लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली को लेकर केन्द्र और राज्य कर्मचारियों ने बड़ी हुंकार भरी है। संयुक्त मंच के आह्वान पर पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के समर्थन में मंगलवार को प्रदेश भर से हजारों केंद्रीय व राज्य कर्मचारी उत्तर रेलवे के चारबाग रेलवे स्टेडियम में जुटे। भीषण गर्मी में निर्धारित पंडाल के बाहर तक पूरे मैदान में धूप में कर्मचारी पूरे जोश से न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) का पुरजोर विरोध जताते रहे।

हुंकार रैली में मुख्य वक्ता संयुक्त मंच के राष्ट्रीय संयोजक व ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ओपीएस की मांग को सरकार को एक राजनैतिक मुद्दे के रूप में देखना चाहिए। कर्मचारी बहुत नाराज है। ओपीएस न मिलने पर कर्मचारी चुनाव परिणाम को बदलने की ताकत रखते हैं। कर्मचारी उसी का साथ देगा, जो ओपीएस व उनकी मांगों को पूरा करेगा।

शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि 21 जनवरी 2023 को नई दिल्ली में संपन्न राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से निधारित हुए कार्यक्रम के तहत हर माह ओपीएस बहाली की मांग के समर्थन में निरंतर जनसंपर्क, मशाल जुलूस, पेंशन रथ यात्रा के आयोजन हुए। कर्मचारियों ने विभिन्न आंदोलनों के क्रम में केंद्र सरकार द्वारा नई पेंशन स्कीम की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय कमेटी की घोषणा वित्त मंत्री ने 23 मार्च 2023 को की थी। इसकी एक बैठक भी 9 जून 2023 को हुई, जिसमें जेसीएम स्टाफ साइड की ओर से उन्होंने ओपीएस बहाली से कम किसी शर्त पर चर्चा करने से इनकार कर दिया।
रैली की अध्यक्षता कर रहे राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी ने कहा कि पूर्व में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 56 सांसदों ने पुरानी पेंशन बहाली  के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। इस संबंध में यदि समय रहते केंद्र सरकार निर्णय नहीं लेती है तो सरकारी कर्मचारी हड़ताल करेंगे।

हुंकार रैली को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय संयोजक आरके पांडेय, कन्फिडरेशन के राष्ट्रीय सचिव एसवी यादव, परिषद के महासचिव शिवबरन सिंह यादव, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुशील पांडेय, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष योगेश त्यागी, आयकर कर्मचारी नेता बृजेश यादव, एमएलसी राज बहादुर सिंह चंदेल, डॉ. आकाश अग्रवाल व कर्मचारी संघों के वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया।

 

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