उत्तर प्रदेश सरकार के नए मंत्री दारा सिंह चौहान ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं के प्रति आभार जताते हुए कहा कि जिस अपेक्षा से पार्टी ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है, उस पर वह पूरी तरह खरा उतरेंगे। दारा सिंह चौहान ने मंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि जिस अपेक्षा से पार्टी ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है, उस पर पूरी तरह वह खरा उतरेंगे। पूर्वी उत्तर प्रदेश की अति पिछड़ी लोनिया-चौहान बिरादरी से आने वाले दारा सिंह चौहान मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की दूसरी सरकार में भी शामिल हुए। राजभवन में मंगलवार को चौहान को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आजमगढ़ जिले के गलवारा में 25 जुलाई, 1963 को जन्मे दारा सिंह चौहान ने छात्र राजनीति के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी और समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सक्रिय राजनीति से गुजरते हुए भाजपा में शामिल हुए । जुलाई 2023 में सपा से इस्तीफा देकर दारा सिंह चौहान 17 जुलाई, 2023 को भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके पहले घोसी (मऊ) से सपा विधायक चौहान ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को सदन की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपा था। बाद में उपचुनाव में दारा सिंह घोसी से भाजपा के उम्मीदवार बने, लेकिन वह सपा के सुधाकर सिंह से पराजित हो गये थे। भाजपा ने बाद में दारा सिंह चौहान को विधान परिषद का सदस्य बनाया। वह योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार में भी वन मंत्री थे।
बताया जा रहा है कि चौहान ने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में वन मंत्री पद से इस्तीफा देकर सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। वह मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए। तब चौहान ने भाजपा सरकार पर पिछड़ों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए सपा के पक्ष में जमकर चुनाव प्रचार किया था, लेकिन पार्टी में उम्मीद के मुताबिक महत्व न मिलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने भाजपा में वापसी कर ली। चौहान बसपा और सपा से राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। वह 2009 में घोसी लोकसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर सांसद निर्वाचित हुए थे। उन्होंने 2015 में भाजपा का दामन थाम लिया था। उसी वर्ष उन्हें पार्टी के पिछड़ा वर्ग मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। चौहान 2017 में मऊ के मधुबन विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे और योगी सरकार में मंत्री बनाए गए थे।